Gold Rate Today: वर्ष 2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतों में निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही है। निवेशकों के लिए यह साल अब तक काफी लाभदायक रहा है क्योंकि सोने की कीमतों ने कई बार रिकॉर्ड स्तर को छुआ है। वहीं आम खरीदारों के लिए यह तेजी चिंता का विषय बनी हुई है, खासकर उन लोगों के लिए जो शादी-ब्याह या अन्य पारिवारिक आयोजनों के लिए सोने की खरीदारी की योजना बना रहे हैं।
सोने की कीमतों में तेजी का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि और भू-राजनीतिक तनाव के चलते सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सामने आया है। ऐसे माहौल में निवेशक अपने धन को सुरक्षित रखने के लिए सोने को प्राथमिकता दे रहे हैं। यही कारण है कि सोने की मांग लगातार बनी हुई है, जिससे इसकी कीमतें उच्च स्तर पर बनी हुई हैं।
आज का ताजा रेट: सोने में हल्की गिरावट लेकिन अभी भी उच्च स्तर पर
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, आज 24 कैरेट सोने की कीमत में 146 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। गिरावट के बाद 10 ग्राम शुद्ध सोने की कीमत 95,667 रुपये (बिना जीएसटी के) रही। जब इसमें 3% जीएसटी जोड़ा जाता है तो खुदरा मूल्य करीब 98,537 रुपये प्रति 10 ग्राम हो जाता है।
यह गिरावट कुछ हद तक तकनीकी सुधार के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि पिछले कई दिनों से सोने की कीमतों में लगातार तेजी दर्ज की गई थी। बाजार जानकारों का कहना है कि यह गिरावट अस्थायी है और लंबी अवधि में सोने का रुझान अब भी ऊपर की ओर बना हुआ है।
अन्य कैरेट्स में भी देखी गई गिरावट
शुद्धता के आधार पर सोने के विभिन्न कैरेट्स में भी आज हल्की गिरावट देखने को मिली:
23 कैरेट सोना – 145 रुपये की गिरावट के साथ 95,284 रुपये प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना – 134 रुपये की गिरावट के साथ 87,631 रुपये प्रति 10 ग्राम
18 कैरेट सोना – 110 रुपये की गिरावट के साथ 71,750 रुपये प्रति 10 ग्राम
14 कैरेट सोना – 86 रुपये की गिरावट के साथ 55,965 रुपये प्रति 10 ग्राम
ये सभी दरें जीएसटी और अन्य स्थानीय करों को छोड़कर बताई गई हैं। वास्तविक बाजार में खरीदारी करते समय ये दरें थोड़ी अधिक हो सकती हैं।
चांदी में रही तेजी
जहां सोने में हल्की गिरावट देखने को मिली, वहीं चांदी की कीमतों में तेजी का रुख देखा गया। आज चांदी की कीमत में 448 रुपये की वृद्धि हुई, जिससे इसकी दर 97,357 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। जीएसटी सहित चांदी की खुदरा दर लगभग 1,00,277 रुपये प्रति किलोग्राम हो जाती है।
चांदी की कीमतों में यह तेजी औद्योगिक मांग की वजह से देखी जा रही है। विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और अन्य तकनीकी उपकरणों में चांदी की मांग बढ़ी है, जिससे इसकी कीमतों को सहारा मिला है।
सोने के अब तक के रिटर्न की समीक्षा
इस वर्ष अब तक सोने ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। 31 दिसंबर 2024 को सोने की कीमत जहां 76,045 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, वहीं अब यह 95,667 रुपये पर पहुंच चुकी है। इस प्रकार सोने की कीमत में 19,927 रुपये की वृद्धि हुई है जो कि लगभग 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
22 अप्रैल 2025 को सोने ने अपना अब तक का उच्चतम स्तर 99,100 रुपये प्रति 10 ग्राम को छुआ था। मौजूदा कीमतें इस रिकॉर्ड स्तर से मात्र कुछ सौ रुपये कम हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सोना अभी भी अपने उच्चतम स्तर के करीब बना हुआ है।
स्थानीय बाजारों में कीमतों का अंतर
देश के विभिन्न शहरों में सोने-चांदी की कीमतों में 1,000 से 2,000 रुपये तक का अंतर देखा जा सकता है। यह अंतर स्थानीय टैक्स, परिवहन लागत और मांग-आपूर्ति के अनुसार बदलता है। महानगरों में प्रतिस्पर्धा अधिक होने के कारण कीमतें कुछ हद तक कम रहती हैं, जबकि छोटे शहरों में लागत और उपलब्धता के अनुसार कीमतें थोड़ी अधिक हो सकती हैं।
निवेश की दृष्टि से सोने की भविष्यवाणी
मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की मांग भविष्य में भी बनी रहेगी। केंद्रीय बैंक भी सोने की खरीद कर रहे हैं जिससे इसकी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो का 10-15 प्रतिशत हिस्सा सोने में रख सकते हैं जिससे दीर्घकालीन सुरक्षा और मुद्रास्फीति से बचाव मिलता है।
विकल्प के रूप में डिजिटल गोल्ड और ETF
फिजिकल गोल्ड के अतिरिक्त अब डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ जैसे विकल्प भी उपलब्ध हैं जो सुरक्षित और सुविधाजनक होते हैं। इनसे निवेशक सोने में छोटे निवेश के साथ शुरुआत कर सकते हैं और जोखिम को भी कम कर सकते हैं। हालांकि, किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले विशेषज्ञ सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
निष्कर्ष
हालांकि आज सोने में हल्की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन इसकी कीमतें अब भी रिकॉर्ड स्तर के पास बनी हुई हैं। दीर्घकालीन निवेशकों के लिए यह समय सोने में निवेश के लिए उपयुक्त हो सकता है। वहीं आम खरीदारों को अपनी जरूरत और बजट के अनुसार सही समय का चयन करना चाहिए। बाजार की स्थिरता और वैश्विक परिस्थितियों पर नजर रखना आवश्यक है।
अस्वीकरण
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई जानकारी को निवेश सलाह न माना जाए। बाजार में बदलाव तेजी से हो सकते हैं, इसलिए किसी भी प्रकार का निवेश निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।