Petrol Pump Rules: पिछले कुछ वर्षों में पेट्रोल पंप पर भुगतान करना बेहद आसान हो गया था। लोग फोन से UPI स्कैन करते थे, कार्ड स्वाइप करते थे या वॉलेट का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब एक बड़ा बदलाव सामने आया है जिसने सबको चौंका दिया है। सरकार ने कुछ क्षेत्रों में डिजिटल पेमेंट पर अस्थायी रोक लगा दी है। अब उन इलाकों के पेट्रोल पंपों पर केवल नकद (कैश) भुगतान ही मान्य होगा।
नया नियम क्या है?
सरकार द्वारा जारी ताज़ा निर्देशों के अनुसार, देश के कुछ राज्यों और जिलों में पेट्रोल और डीजल की खरीदारी केवल कैश से की जा सकेगी। डिजिटल पेमेंट — जैसे कि UPI, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या मोबाइल वॉलेट — को फिलहाल अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। यह कदम सुरक्षा, नेटवर्क की समस्याओं और डिजिटल फ्रॉड को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
यह निर्णय स्थायी नहीं है, लेकिन भविष्य में इसके परिणामों की समीक्षा के बाद इसे बदला या बढ़ाया जा सकता है।
किन क्षेत्रों में लागू हुआ है यह नियम?
यह नियम पूरे देश में एक साथ लागू नहीं हुआ है। यह चरणबद्ध तरीके से कुछ जिलों और शहरों में लागू किया गया है, जैसे:
राज्य | जिला/शहर | लागू तिथि | कैश अनिवार्यता |
---|---|---|---|
उत्तर प्रदेश | अयोध्या | 5 मई 2025 | हाँ |
बिहार | दरभंगा | 4 मई 2025 | हाँ |
मध्य प्रदेश | बालाघाट | 6 मई 2025 | हाँ |
झारखंड | धनबाद | 3 मई 2025 | हाँ |
छत्तीसगढ़ | बिलासपुर | 5 मई 2025 | हाँ |
राजस्थान | बीकानेर | 7 मई 2025 | हाँ |
ओडिशा | कटक | 4 मई 2025 | हाँ |
आम लोगों पर क्या होगा असर?
इस नियम का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो हर दिन डिजिटल पेमेंट का उपयोग करते हैं। विशेष रूप से युवा, ऑफिस जाने वाले लोग और ट्रैवल करने वाले व्यक्तियों को शुरुआती समय में काफी दिक्कत हो सकती है।
अब पेट्रोल पंप पर जाने से पहले कैश रखना ज़रूरी होगा।
जिनके पास उस समय कैश नहीं होगा, उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
रात के समय या ग्रामीण इलाकों में, जहाँ ATM भी दूर होते हैं, स्थिति और जटिल हो सकती है।
मेरी कहानी: जब UPI नहीं चला…
कुछ दिन पहले मैं ऑफिस जाते समय स्कूटर में पेट्रोल भरवाने गया। जैसे ही QR स्कैन किया, पंप कर्मी ने कहा, “भाईसाहब, अब केवल कैश चलेगा।” मेरे पास कैश नहीं था और आसपास कोई ATM भी नहीं। करीब 40 मिनट तक इधर-उधर भटकना पड़ा। उस दिन समझ आया कि यह नियम कितनी असली परेशानियां ला सकता है।
सरकार ने ऐसा क्यों किया?
सरकार के इस निर्णय के पीछे कई वजहें हैं:
डिजिटल फ्रॉड में वृद्धि – कई पेट्रोल पंपों पर नकली QR कोड लगाकर धोखाधड़ी की जा रही थी।
नेटवर्क समस्याएं – खासकर ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क की कमी के चलते पेमेंट फेल हो जाते हैं।
लेन-देन में पारदर्शिता – कैश पेमेंट से सरकार को ट्रांजैक्शन पर बेहतर निगरानी मिलती है।
ऐसे समय में क्या करें?
इस नियम को देखते हुए कुछ उपाय ज़रूरी हैं:
हमेशा कुछ कैश अपने पास रखें, खासकर जब सफर पर निकलें।
पेट्रोल पंप पर जाने से पहले पास के ATM की लोकेशन जान लें।
यदि किसी नए इलाके में हैं, तो पंप पर कॉल कर पेमेंट मोड कन्फर्म करें।
पेट्रोल खत्म होने का इंतजार न करें, आधा टैंक होते ही भरवा लें।
भविष्य में क्या हो सकता है?
सरकार ने कहा है कि यह नियम अस्थायी है और इसकी समीक्षा की जाएगी। यदि इससे डिजिटल फ्रॉड कम होते हैं और व्यवस्था बेहतर बनती है:
यह नियम और इलाकों में लागू हो सकता है।
या फिर डिजिटल पेमेंट को सुरक्षा मानकों के साथ दोबारा शुरू किया जा सकता है।
निष्कर्ष
सरकार का यह कदम सुरक्षा और पारदर्शिता की दिशा में उठाया गया है। हालांकि इससे आम जनता को थोड़ी परेशानी हो रही है, लेकिन अगर इसका पालन सही से किया जाए तो यह बदलाव आगे चलकर सभी के लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
तो अगली बार जब आप पेट्रोल पंप जाएं, तो यह ज़रूर चेक कर लें कि वहां डिजिटल पेमेंट स्वीकार हो रहा है या नहीं। और हाँ – अपनी जेब में थोड़ा कैश रखना न भूलें, वरना कहीं आपको भी 40 मिनट मेरी तरह परेशान न होना पड़े!