Advertisement

दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक मौसम ने ली करवट – IMD का ऑरेंज अलर्ट IMD Weather Alert

IMD Weather Alert: देशभर में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की चेतावनी पूरी तरह से सही साबित हुई। राजधानी दिल्ली और एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में शनिवार देर रात तेज आंधी और मूसलाधार बारिश ने दस्तक दी। इसके साथ ही अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र और दक्षिण-पश्चिम मानसून के समय से पहले केरल पहुंचने के कारण देश के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है।


🌩️ दिल्ली-एनसीआर में तूफान के साथ तेज बारिश

शनिवार 24 मई की रात को दिल्ली-एनसीआर में मौसम का अचानक बदलाव देखा गया। आधी रात के बाद राजधानी में तेज आंधी और बारिश का दौर शुरू हुआ। मौसम विभाग ने इससे पहले ही 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया था। यह पूर्वानुमान पूरी तरह से सही साबित हुआ।

रविवार 25 मई की सुबह तक दिल्ली में रिमझिम बारिश होती रही। गर्मी और उमस से परेशान लोगों को राहत जरूर मिली, लेकिन पेड़ गिरने और जलभराव की वजह से कुछ जगहों पर दिक्कतें भी देखने को मिलीं। IMD ने पहले ही नागरिकों को खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे शरण लेने से मना किया था, ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके।

Also Read:
Bank Cheque Rule चेक के पीछे साइन कब करना है, 90% लोग इसे नहीं जानते, जानिए सही नियम Bank Cheque Rule

🌧️ अरब सागर में लो प्रेशर का असर: केरल, महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश

केरल में मानसून ने इस साल सामान्य तारीख 1 जून से पहले ही 24 मई को दस्तक दे दी, जो देश के बाकी हिस्सों में भी मानसून के जल्दी आने का संकेत है। इसके साथ ही अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र लगातार पश्चिमी तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है।

महाराष्ट्र और गोवा के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह सिस्टम दक्षिण कोंकण और मध्य महाराष्ट्र को पार कर सकता है, जिससे अगले कुछ दिनों तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।


⚠️ IMD और स्काइमेट ने इन राज्यों को किया अलर्ट

स्काइमेट वेदर के मुताबिक, इन सभी राज्यों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान मौसम बिगड़ सकता है। समुद्र तटीय इलाकों में मछुआरों और नाविकों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।


🔥 राजस्थान में गर्मी का कहर: जैसलमेर में टूटा रिकॉर्ड

जहां एक तरफ देश के कुछ हिस्सों में बारिश से राहत मिल रही है, वहीं राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके अभी भी हीटवेव की चपेट में हैं। जैसलमेर में 22 मई को तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो 25 मई 2010 के रिकार्ड की बराबरी है। यह 2025 की अब तक की सबसे भीषण गर्मी मानी जा रही है।

Also Read:
Awasiya Vidyalaya Recruitment आवासीय विद्यालय में शिक्षक और चपरासी पदों पर भर्ती शुरू, अभी करें आवेदन Awasiya Vidyalaya Recruitment

राज्य के अन्य हिस्सों जैसे बाड़मेर, बीकानेर, नागौर और जोधपुर में भी तापमान 45 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में 27 मई तक लू की स्थिति बनी रहेगी। पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भी 26 मई तक भीषण गर्मी के आसार हैं।


मानसून के पहले ही भारी बारिश: क्या है इसका असर?

दक्षिण-पश्चिम मानसून का समय से पहले पहुंचना कृषि और जल संरक्षण के लिहाज से अच्छा संकेत माना जा रहा है। इससे किसानों को समय से पहले बुवाई का अवसर मिलेगा और सिंचाई की लागत कम होगी। लेकिन इसके साथ ही अत्यधिक बारिश और तूफानों से नुकसान की भी आशंका है।

नगर प्रशासन और राज्य सरकारों को अब तेजी से जलभराव, पेड़ गिरने, बिजली के खंभे टूटने जैसी समस्याओं के समाधान की ओर ध्यान देना होगा। नागरिकों को भी सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करना चाहिए।

Also Read:
8th Pay Commission 1 जनवरी 2026 से लागू होगा 8वां वेतन आयोग, ग्रेड पे 2000, 2800 और 4200 वाले कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में बढ़ोतरी 8th Pay Commission

📌 सावधानियां और सलाह


🌦️ निष्कर्ष

देश में इस समय मानसून और मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। एक तरफ उत्तर भारत में तेज बारिश और आंधी-तूफान का खतरा है, तो दूसरी ओर दक्षिण भारत में भारी वर्षा से जलभराव की स्थिति बन रही है। वहीं, पश्चिमी भारत के कुछ हिस्से भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं।

Also Read:
Bank Cheque Signing Rules बैंक चेक के पीछे साइन कब और कैसे करें? 90% लोग नहीं जानते ये जरूरी नियम Bank Cheque Signing Rules

IMD की चेतावनी को गंभीरता से लेने की जरूरत है ताकि किसी भी आपदा से बचा जा सके। मौसम की यह गतिविधियां आने वाले दिनों में और तेज हो सकती हैं। इसलिए सभी नागरिकों से अपील है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।

Leave a Comment

सरकारी योजना, जॉब्स