CTET Exam 2025: केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) 2025 में कई अहम बदलाव किए गए हैं। अब यह परीक्षा तीन अलग-अलग लेवल में आयोजित की जाएगी, जिसमें कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक के लिए भी परीक्षा आयोजित की जाएगी। इससे पहले, CTET परीक्षा सिर्फ कक्षा 1 से 8 तक के शिक्षक बनने के लिए आयोजित की जाती थी। अब नए नियमों के अनुसार, इस परीक्षा के तीन अलग-अलग स्तर होंगे, जिनसे गुजरकर शिक्षक बनने की प्रक्रिया को और भी सख्त और पारदर्शी किया जाएगा। आइए जानते हैं, इस बदलाव के बारे में विस्तार से।
CTET परीक्षा में होगा बड़ा बदलाव
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) हर साल दो बार CTET परीक्षा का आयोजन करता है, और इस बार भी जुलाई 2025 में CTET परीक्षा का आयोजन होगा। लाखों छात्र-छात्राएं इस परीक्षा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि यह परीक्षा सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए एक महत्वपूर्ण मानक है। अब CTET परीक्षा में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं, जिनका उद्देश्य शिक्षक बनने की प्रक्रिया को और भी चुनौतीपूर्ण और योग्य बनाना है।
सीटेट परीक्षा अब 3 लेवल में होगी
अब तक CTET परीक्षा को दो लेवल में बांटा गया था:
लेवल 1: कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक बनने के लिए।
लेवल 2: कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक बनने के लिए।
लेकिन अब 2025 में एक नया बदलाव किया गया है। इस परीक्षा में अब लेवल 3 भी जोड़ा जाएगा, जो कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षक बनने के लिए होगा। इस बदलाव से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उच्च कक्षाओं में पढ़ाने के लिए शिक्षकों का चयन एक उच्च मानक के आधार पर किया जाए।
NCTE द्वारा बदलाव की पहल
नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत, राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCTE) ने CTET परीक्षा के नियमों में बदलाव करने की पहल की है। इसके तहत अब तीन अलग-अलग लेवल में यह परीक्षा आयोजित की जाएगी, ताकि विभिन्न कक्षाओं के लिए शिक्षक बनने के मानकों को अलग-अलग रखा जा सके। इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रत्येक कक्षा के लिए सही और सक्षम शिक्षक ही चुने जाएं।
तीन लेवल में होगी परीक्षा की संरचना
लेवल 1: यह परीक्षा कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक बनने के लिए आयोजित की जाएगी। इस स्तर पर केवल बुनियादी शिक्षण क्षमता और बालकों की मनोविज्ञान को समझने की योग्यता पर ध्यान दिया जाएगा।
लेवल 2: यह परीक्षा कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक बनने के लिए होगी। इस लेवल में शिक्षक को विषय विशेषज्ञता और छात्रों के लिए उचित शैक्षिक विधियों का ज्ञान होना चाहिए।
लेवल 3: यह परीक्षा कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षक बनने के लिए आयोजित की जाएगी। इस स्तर पर शिक्षक को उच्च शिक्षा और विशेष विषयों की गहरी समझ और विशेषज्ञता की आवश्यकता होगी।
नए नियमों का उद्देश्य
CTET परीक्षा को तीन लेवल में बांटने का मुख्य उद्देश्य यह है कि विभिन्न कक्षाओं के लिए शिक्षकों का चयन एक अधिक प्रभावी तरीके से किया जा सके। अब शिक्षकों को अपनी विशेषज्ञता के अनुसार अलग-अलग लेवल में परीक्षा देनी होगी। यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षक को उच्चतम स्तर की शिक्षा और विषय ज्ञान हो, जो छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सके।
साथ ही, इस बदलाव का एक और उद्देश्य यह है कि शिक्षक बनने के लिए अब उम्मीदवारों को अधिक सक्षम और योग्य बनाया जाए। सरकार का मानना है कि इस प्रकार की कठिन परीक्षा से केवल वही लोग शिक्षक बनने के योग्य होंगे, जो वास्तविक रूप से छात्रों को उच्च स्तर की शिक्षा देने में सक्षम होंगे।
CTET परीक्षा के लिए तैयारी कैसे करें
CTET परीक्षा की तैयारी करने के लिए उम्मीदवारों को अब अधिक गंभीरता से योजना बनानी होगी, खासकर लेवल 3 की परीक्षा के लिए, जो कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षकों के लिए होगी। उम्मीदवारों को अपनी विषय विशेषज्ञता पर ध्यान केंद्रित करना होगा, क्योंकि इस स्तर की परीक्षा में गहरी समझ और उच्च स्तर की विशेषज्ञता की आवश्यकता होगी।
इसके अलावा, CTET के सभी तीन लेवल की परीक्षा में पास होने के लिए उम्मीदवारों को शिक्षा के बुनियादी सिद्धांतों, बाल मनोविज्ञान, शिक्षा विधियों और शैक्षिक नीति से संबंधित महत्वपूर्ण सवालों का सही ज्ञान होना चाहिए। उम्मीदवारों को इन सभी क्षेत्रों में अपनी तैयारी को मजबूत करना होगा।
निष्कर्ष:
2025 से CTET परीक्षा में लागू होने वाले नए नियमों से यह साफ है कि शिक्षक बनने की प्रक्रिया अब अधिक कठिन और चुनौतीपूर्ण होगी। तीन लेवल में परीक्षा का आयोजन करके, शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि केवल योग्य और सक्षम लोग ही शिक्षक बने, ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।