IMD Monsoon Alert 2025: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने साल 2025 के मानसून को लेकर एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। मौसम विभाग ने बताया है कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 मई 2025 को केरल तट पर दस्तक दे सकता है। हालांकि इसमें ±4 दिनों का अंतर हो सकता है। यानी मानसून 23 मई से 31 मई के बीच कभी भी पहुंच सकता है। यह खबर देशभर के किसानों और आम जनता के लिए राहत लेकर आई है, क्योंकि समय पर मानसून का आना खेती और जल आपूर्ति दोनों के लिए अहम होता है।
20 साल में ज्यादातर बार सटीक रहा है IMD का अनुमान
भारतीय मौसम विभाग के अनुमान पिछले 20 वर्षों में लगभग सही साबित होते रहे हैं। वर्ष 2005 से 2024 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो केवल 2015 को छोड़कर, हर बार मौसम विभाग का अनुमान काफी हद तक सटीक रहा है। उदाहरण के तौर पर:
2024: अनुमान – 31 मई, असली आगमन – 30 मई
2023: अनुमान – 4 जून, असली आगमन – 8 जून
2022: अनुमान – 27 मई, बारिश शुरू – 29 मई
2021: अनुमान – 31 मई, मानसून आया – 3 जून
2020: अनुमान – 5 जून, बारिश शुरू – 1 जून
इन आंकड़ों से साफ है कि मौसम विभाग की भविष्यवाणियों पर भरोसा किया जा सकता है।
2025 में सामान्य से ज्यादा होगी बारिश
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि इस साल जून से सितंबर तक के मानसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार लॉन्ग टर्म एवरेज (LPA) का अनुमान 105% (±5%) लगाया गया है। इसका मतलब यह है कि इस बार बारिश की मात्रा सामान्य से थोड़ी ज्यादा हो सकती है, जो खेती और जलस्तर दोनों के लिए अच्छी खबर है।
जल्द आने वाला मानसून – किसानों के लिए वरदान
केरल में मानसून की जल्दी दस्तक देशभर के किसानों के लिए राहत की खबर है। मानसून समय पर आने से खरीफ फसलों की बुआई जल्दी शुरू हो सकेगी। इससे फसलों को पूरा ग्रोथ सीजन मिलेगा और उत्पादन बेहतर होने की संभावना है। खासकर वे राज्य जहां गर्मी के दिनों में पानी की कमी रहती है, वहां पर जल्द बारिश से जल संकट कम हो सकता है।
इसके अलावा गांवों और शहरों दोनों में तापमान में गिरावट आने की संभावना है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
मानसून का महत्व – सिर्फ किसानों के लिए नहीं
भारत जैसे कृषि प्रधान देश में मानसून केवल किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण होता है। ग्रामीण इलाकों की 60% से ज्यादा आबादी खेती पर निर्भर करती है और सिंचाई का मुख्य स्रोत बारिश ही होती है। इसके अलावा:
बारिश अच्छी होने से फसलें समय पर पकती हैं
जलाशयों और नदियों में पानी का स्तर बढ़ता है
बिजली उत्पादन में सुधार होता है
शहरों की जल आपूर्ति बेहतर होती है
इन बातों का रखें ध्यान
चूंकि मानसून के आने की तारीख अब करीब है, ऐसे में किसानों और आम नागरिकों को कुछ जरूरी तैयारियां कर लेनी चाहिए:
खेतों की जुताई और बीज का स्टॉक समय से रखें
नहरों और जलस्रोतों की सफाई करवा लें
बारिश से पहले जरूरी घरेलू मरम्मत पूरी कर लें
मौसम विभाग की रिपोर्ट और स्थानीय जानकारी पर नजर रखें
निष्कर्ष
भारतीय मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट देश के लिए राहत भरी है। 27 मई 2025 के आसपास केरल में मानसून की दस्तक से यह उम्मीद की जा रही है कि इस साल अच्छी और समय पर बारिश होगी। यह किसानों के लिए बेहतर पैदावार, आम जनता के लिए तापमान में राहत और जल संकट से जूझ रहे क्षेत्रों के लिए नई उम्मीद लेकर आएगा।
सरकार और मौसम विभाग की सलाह पर समय-समय पर ध्यान दें, ताकि मानसून से जुड़ी किसी भी चुनौती के लिए पहले से तैयारी की जा सके।
Note: यह जानकारी मौसम विभाग द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज और उपलब्ध डेटा पर आधारित है। अधिक सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय मौसम केंद्र से संपर्क करें।