IMD Weather Update: उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 3 जून को राज्य के कई जिलों में तेज आंधी, बिजली गिरने और तेज़ हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है। खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए यह चेतावनी और भी गंभीर मानी जा रही है। मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
किन जिलों में है यलो अलर्ट?
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कुल 29 जिलों में यह चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में आंधी, बिजली गिरने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। प्रभावित जिलों के नाम इस प्रकार हैं:
मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, मथुरा, आगरा, अलीगढ़, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बदायूं, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, हरदोई, फ़र्रुख़ाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, झांसी, जालौन, ललितपुर।
इन सभी जिलों में मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
कैसा रहेगा मौसम?
इन जिलों में गरज के साथ तेज़ आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। साथ ही, कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। तेज़ हवाओं के कारण पेड़ गिरने, बिजली की लाइनें बाधित होने और खुले स्थानों पर नुकसान की स्थिति बन सकती है। इसलिए मौसम विभाग ने लोगों को सावधानीपूर्वक व्यवहार करने की हिदायत दी है।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने इन जिलों के निवासियों को निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
खुले में खड़े न रहें: खासकर पेड़ों, बिजली के खंभों या टावरों के नीचे खड़े होने से बचें।
सुरक्षित स्थान पर शरण लें: तेज़ हवाओं और बिजली गिरने की स्थिति में घर या किसी मजबूत संरचना में रहें।
बिजली के उपकरणों से दूरी बनाए रखें: बिजली गिरने के समय इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें और प्लग से निकाल दें।
मोबाइल और टॉर्च चार्ज रखें: किसी भी आपात स्थिति में संपर्क और रोशनी बनाए रखने के लिए।
जरूरी दवाइयों और आपूर्ति का स्टॉक रखें: अगर मौसम बिगड़ता है तो बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है।
किसानों के लिए विशेष सलाह
किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल और उपकरणों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। खेतों में काम करने से बचें और मौसम ठीक होने तक किसी भी जोखिम वाले कार्य को न करें। बिजली गिरने की घटनाएं अक्सर खुले खेतों में ज़्यादा होती हैं, इसलिए सतर्क रहना ज़रूरी है।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन की तैयारियां
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैं। राज्य सरकार ने सभी ज़िलों में संबंधित अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। बिजली विभाग और नगर निगमों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है ताकि तूफान या आंधी से होने वाली क्षति को रोका जा सके।
क्यों ज़रूरी है यलो अलर्ट को गंभीरता से लेना?
यलो अलर्ट का मतलब है कि मौसम खतरनाक हो सकता है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है, यदि समय रहते उचित कदम उठाए जाएं। यदि लापरवाही बरती गई तो जन-धन की हानि हो सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि लोग मौसम विभाग की चेतावनियों और दिशा-निर्देशों का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में 3 जून को मौसम काफी खराब रहने की संभावना है। तेज आंधी, बिजली गिरने और तेज हवाओं के चलते 29 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और सभी सुरक्षा उपायों का पालन करें। मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
याद रखें, थोड़ी सी सावधानी बड़े नुकसान से बचा सकती है। अपने और अपने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।