CBSE Important Notice: सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे हाल ही में घोषित किए हैं। लाखों छात्र-छात्राओं ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया और अब वे अपने रिजल्ट के आधार पर आगे की पढ़ाई और करियर की दिशा तय करने में जुट गए हैं। लेकिन हर वर्ष की तरह इस बार भी कई छात्र ऐसे हैं जो अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं और मानसिक तनाव या चिंता का सामना कर रहे हैं।
इन्हीं छात्रों की चिंता को समझते हुए सीबीएसई ने एक बड़ा कदम उठाया है। बोर्ड ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए टेली काउंसलिंग सेवा शुरू की है। इस सेवा का उद्देश्य छात्रों को भावनात्मक सहारा देना और रिजल्ट के बाद उत्पन्न होने वाले तनाव और दबाव से बाहर निकालना है।
क्या है CBSE की टेली काउंसलिंग सेवा?
सीबीएसई द्वारा शुरू की गई टेली काउंसलिंग सेवा एक मुफ्त सुविधा है, जिसके माध्यम से छात्र फोन कॉल के जरिए विशेषज्ञों से बात कर सकते हैं। यह सुविधा उन छात्रों के लिए है जो परीक्षा परिणाम से दुखी हैं, डिमोटिवेट महसूस कर रहे हैं या डिप्रेशन की स्थिति में हैं। काउंसलिंग सेवा के अंतर्गत छात्रों को प्रशिक्षित काउंसलर और स्कूल प्रिंसिपल्स से बात करने का मौका मिलेगा जो उन्हें मार्गदर्शन देंगे और उनके मानसिक तनाव को कम करने में मदद करेंगे।
टेली काउंसलिंग सेवा की शुरुआत
सीबीएसई ने इस सेवा की शुरुआत 13 मई 2025 से की है और यह 28 मई 2025 तक उपलब्ध रहेगी। इस दौरान कोई भी छात्र सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकता है और विशेषज्ञों से बात कर सकता है।
टोल फ्री नंबर की जानकारी
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए सीबीएसई ने टोल फ्री नंबर 1800-11-8004 जारी किया है। छात्र इस नंबर पर कॉल करके अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं और उचित सलाह पा सकते हैं। काउंसलर छात्रों की बातों को ध्यान से सुनते हैं और उन्हें सही समाधान प्रदान करते हैं जिससे वे मानसिक रूप से मजबूत बन सकें।
केवल भारत ही नहीं, विदेशों में भी यह सुविधा
सीबीएसई ने यह सेवा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में रहने वाले भारतीय छात्रों के लिए भी शुरू की है। नेपाल, जापान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और कुवैत जैसे देशों में रहने वाले छात्र भी इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि सीबीएसई अपने छात्रों की भलाई को लेकर कितनी गंभीर है और वह चाहती है कि हर छात्र को मानसिक और भावनात्मक सहयोग मिले, चाहे वह दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हो।
छात्रों को क्यों है इसकी जरूरत?
हर साल हजारों छात्र अपने बोर्ड परीक्षा के परिणाम से खुश नहीं होते। कुछ के अंक अपेक्षा से कम आते हैं, तो कुछ छात्रों की उम्मीदों पर पानी फिर जाता है। ऐसे में वे मानसिक दबाव का शिकार हो जाते हैं, कभी-कभी डिप्रेशन जैसी स्थिति में भी पहुंच जाते हैं। कई बार तो यह स्थिति आत्मघाती विचारों तक भी पहुंच जाती है। इन स्थितियों को गंभीरता से लेते हुए सीबीएसई ने यह निर्णय लिया है ताकि छात्रों को समय पर सहायता मिल सके।
इस सेवा के फायदे
मानसिक तनाव से मुक्ति: छात्र अपनी समस्याएं साझा करके राहत महसूस करते हैं और उन्हें सही मार्गदर्शन मिलता है।
करियर को लेकर स्पष्टता: विशेषज्ञ छात्रों को उनके करियर विकल्पों के बारे में मार्गदर्शन देते हैं।
डिप्रेशन से बचाव: यह सेवा मानसिक रूप से कमजोर छात्रों को सहारा देती है जिससे वे डिप्रेशन जैसी गंभीर स्थिति में न जाएं।
परिवार को भी मिलता है मार्गदर्शन: कई बार माता-पिता भी अपने बच्चों के रिजल्ट को लेकर परेशान होते हैं, ऐसे में वे भी इस सेवा का लाभ उठाकर सही सलाह ले सकते हैं।
कैसे करें संपर्क?
छात्र 13 मई से 28 मई तक किसी भी दिन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक 1800-11-8004 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
कॉल पूरी तरह मुफ्त है और किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन से की जा सकती है।
यह सेवा हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है।
सीबीएसई की सराहनीय पहल
सीबीएसई का यह कदम निश्चित ही एक सराहनीय पहल है। जब एक छात्र मानसिक रूप से स्वस्थ होता है तभी वह अपने भविष्य की दिशा में सही निर्णय ले सकता है। सीबीएसई ने यह समझा है कि परीक्षा का रिजल्ट किसी के जीवन का अंत नहीं होता, बल्कि एक नई शुरुआत का मौका होता है।
अंतिम विचार
यदि आप या आपके परिवार में कोई छात्र इस समय मानसिक दबाव, चिंता या भ्रम की स्थिति में है, तो इस टेली काउंसलिंग सेवा का जरूर लाभ उठाएं। सही समय पर सही मदद लेने से ही जीवन को नई दिशा दी जा सकती है। सीबीएसई का यह निर्णय छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा और सकारात्मक कदम है।
छात्रों को चाहिए कि वे अपनी भावनाओं को दबाएं नहीं, बल्कि खुलकर बात करें और सही समाधान पाएं। जीवन में एक रिजल्ट ही सबकुछ नहीं होता, बल्कि आत्मविश्वास और सही मार्गदर्शन ही असली सफलता की कुंजी है।