10 Gram Gold Price: साल 2025 में सोने ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। पिछले पांच महीनों में सोने की कीमतों में लगभग 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे सोने का बाजार पूरी तरह से गर्म हो गया है। जनवरी 2025 में जहां सोने का भाव लगभग 75 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम था, वहीं अब यह कीमत 90 हजार रुपये से 1 लाख रुपये के बीच पहुंच चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले तीन-चार सालों में सोने की कीमतें और भी नए रिकॉर्ड बनाएंगी। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2029 तक सोने की कीमतें कितनी बढ़ सकती हैं, जो आम आदमी के लिए चौंकाने वाला अनुमान है।
2025 में सोने का तगड़ा रिटर्न
2025 की शुरुआत से लेकर अब तक सोने ने निवेशकों को खासा फायदा पहुंचाया है। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव के खत्म होने के बाद कुछ समय के लिए सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई थी, लेकिन जल्द ही सोने के दामों ने फिर से तेजी पकड़ ली। विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल अप्रैल में सोना पहली बार 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया है। इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की बढ़ती खरीददारी प्रमुख हैं।
आगे क्या होगा? 2026 से 2029 तक सोने की कीमतें
विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2026 तक सोने की कीमतें 5,000 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस तक पहुंच सकती हैं, जो भारत में करीब 1,50,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बराबर होगी। यदि ऐसा होता है तो आम आदमी के लिए सोना खरीदना और भी कठिन हो जाएगा।
साल 2029 के लिए भी सोने की कीमतें काफी ऊंचाई पर रहने की संभावना जताई गई है। अनुमान है कि उस समय सोना 1,75,000 रुपये प्रति तोला तक पहुंच सकता है। यह आंकड़ा 4 साल पहले की तुलना में लगभग दोगुना होगा। इसका मतलब है कि जो लोग आज सोने में निवेश कर रहे हैं, वे भविष्य में अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं, लेकिन जो लोग सोना खरीदने की सोच रहे हैं, उनके लिए यह महंगा साबित हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के दामों में बढ़ोतरी
पिछले साल 2024 में सोने ने लगभग 20 प्रतिशत का रिटर्न दिया था। 2025 में भी इसने निवेशकों को 25 प्रतिशत से ज्यादा का लाभ पहुंचाया है। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स के दाम 3,396 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस तक पहुंच चुके हैं। वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितताओं, राजनीतिक तनाव और मुद्रास्फीति के कारण सोने की मांग बढ़ी है, जिससे सोने के भाव तेजी से बढ़ रहे हैं।
सोने के दाम बढ़ने के कारण
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के पीछे कई कारण होते हैं। वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, जैसे आर्थिक मंदी या व्यापार विवाद, सोने की मांग को बढ़ाते हैं क्योंकि इसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। अमेरिका और चीन के बीच पहले चल रहे ट्रेड वॉर ने भी सोने की कीमतों को बढ़ाया। इसके अलावा, डॉलर के कमजोर होने पर भी सोने की कीमतें बढ़ती हैं क्योंकि डॉलर में गिरावट से सोना अन्य मुद्राओं में सस्ता होता है और उसकी मांग बढ़ती है।
केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद बढ़ाना भी एक बड़ा कारण है। कई देशों के केंद्रीय बैंक अपनी विदेशी मुद्रा भंडार में सोना जोड़ रहे हैं ताकि वे आर्थिक अस्थिरता से बच सकें। इससे सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हुई है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन यह गिरावट केवल अस्थायी है। निकट भविष्य में सोने की कीमतों में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है। खासकर 2029 तक सोने के दामों के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 4,000 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। भारत में यह कीमत करीब 1,75,000 रुपये प्रति तोला हो सकती है।
विशेषज्ञों ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे सोने में निवेश को लंबे समय का सोचकर करें। अचानक भाव में उतार-चढ़ाव के बावजूद सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, जो मुद्रास्फीति और आर्थिक संकट के समय में भी अच्छा रिटर्न देता है।
आम आदमी के लिए चुनौती
सोने की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी आम आदमी के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है। आज के दौर में आधा तोला सोना खरीदना भी आसान नहीं रहा। यदि इस रफ्तार से सोने की कीमतें बढ़ती रही, तो आने वाले वर्षों में सोना आम जन की पहुंच से दूर हो जाएगा।
इसके बावजूद, कई लोग सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं और आर्थिक संकट के समय में इसे बचत का अच्छा जरिया समझते हैं। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि निवेशक सही समय और सही योजना के साथ सोने में निवेश करें।
निष्कर्ष
2025 में सोने ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है और भविष्य में भी इसकी कीमतों में तेजी आने की संभावना बनी हुई है। वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक कारण, डॉलर की कमजोर स्थिति, और केंद्रीय बैंकों की खरीद के चलते सोने की मांग और कीमतें बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, 2029 तक सोना 1,75,000 रुपये प्रति तोला तक पहुंच सकता है, जो आज की कीमतों से काफी अधिक होगा।
ऐसे में यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि जल्द से जल्द करें ताकि बढ़ती कीमतों का लाभ उठा सकें। हालांकि, खरीदारी से पहले बाजार की स्थिति और विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें। निवेश के साथ-साथ अपने बजट और आवश्यकताओं का ध्यान रखना जरूरी है ताकि भविष्य में आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सकें।