Rajasthan New Airport: राजस्थान में इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में एक नई शुरुआत होने जा रही है। प्रदेश के कोटा जिले में अब ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाए जा चुके हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है और इसके लिए पहला टेंडर भी जारी कर दिया गया है। यह एयरपोर्ट न केवल कोटा जिले बल्कि पूरे दक्षिणी राजस्थान के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
कोटा में एयरपोर्ट निर्माण की पुष्टि
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कोटा जिले में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए लगभग 467.67 करोड़ रुपये के टेंडर को जारी किया है। यह टेंडर EPC (Engineering, Procurement and Construction) मोड में जारी किया गया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि अब यह परियोजना योजना से आगे बढ़कर क्रियान्वयन की ओर बढ़ चुकी है।
इस परियोजना से न केवल कोटा को हवाई मार्ग से जोड़ने में मदद मिलेगी बल्कि यह पूरे क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक प्रगति को भी नया आयाम देगा। व्यापार, पर्यटन और निवेश के नए अवसर इस क्षेत्र में आएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को काफी लाभ होगा।
एयरपोर्ट से जुड़ी नियुक्तियां शुरू
एयरपोर्ट निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसके तहत पहले एक जनरल मैनेजर (सिविल) स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई थी। अब जल्द ही डीजीएम (सिविल) स्तर का अधिकारी भी नियुक्त किया जाएगा।
AAI के सूत्रों के अनुसार, कोटा में डीजीएम पंकज अग्रवाल ने पदभार ग्रहण कर लिया है और वे जल्द ही कोटा में अपनी भूमिका निभाना शुरू करेंगे। इसके अलावा, एयर साइड टेंडर की अंतिम तिथि भी 7 मई तक बढ़ा दी गई है, जिससे यह तय माना जा रहा है कि निर्माण प्रक्रिया जल्दी शुरू की जाएगी।
कोटा को मिलेगा हवाई संपर्क
कोटा, जो शिक्षा और उद्योग के क्षेत्र में पहले से ही प्रसिद्ध है, अब हवाई मार्ग से भी देश के विभिन्न हिस्सों से सीधे जुड़ जाएगा। इससे न केवल कोटा के लोगों को लाभ होगा, बल्कि बाहर से आने वाले छात्रों, पर्यटकों और व्यापारियों के लिए भी यह एक बड़ी सुविधा होगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, जो कोटा से सांसद हैं, ने इस परियोजना को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने भी यह आश्वासन दिया है कि टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी और निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से शुरू कर दिया जाएगा।
प्रॉपर्टी और जमीनों के रेट में आएगा उछाल
जैसे-जैसे एयरपोर्ट का निर्माण कार्य आगे बढ़ेगा, कोटा और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूमि और संपत्तियों की कीमतों में तेज़ी से बढ़ोतरी देखी जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि एयरपोर्ट के आस-पास के इलाके अब हॉटस्पॉट बनने की ओर अग्रसर हैं।
इससे स्थानीय लोगों को न केवल अपनी संपत्तियों की वैल्यू बढ़ने का लाभ मिलेगा, बल्कि यहां निवेश करने वाले व्यवसायियों को भी फायदा होगा। नए होटल, रेस्टोरेंट, मॉल और अन्य व्यावसायिक संस्थानों की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी।
बढ़ेगा रोजगार और स्थानीय व्यापार
एयरपोर्ट का निर्माण और उसके बाद उसका संचालन हजारों लोगों को सीधा या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देगा। निर्माण कार्य के दौरान इंजीनियर, मजदूर, तकनीकी विशेषज्ञ, आपूर्ति कर्ता आदि को काम मिलेगा। वहीं एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद सुरक्षा, टिकटिंग, ग्राउंड स्टाफ, लॉजिस्टिक्स जैसे अनेक क्षेत्रों में नौकरियां निकलेंगी।
स्थानीय व्यापारियों, होटल मालिकों, टैक्सी चालकों और दुकानदारों को भी इसका फायदा मिलेगा। कोटा को एक व्यावसायिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने में यह एयरपोर्ट एक अहम भूमिका निभाएगा।
सरकार की प्राथमिकता में है कोटा एयरपोर्ट
सरकार ने इस प्रोजेक्ट को अपनी प्राथमिकता सूची में रखा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, परियोजना के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए 127 करोड़ रुपये की राशि भी मंजूर की गई है, जिससे शुरुआती निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा सकेगी। यह दर्शाता है कि सरकार इस विकास कार्य को गंभीरता से ले रही है और इसे जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है।
निष्कर्ष
कोटा में बनने वाला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट न केवल एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट है, बल्कि यह कोटा और आसपास के क्षेत्रों के लिए विकास की नई राहें खोलेगा। इससे रोजगार, व्यापार, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं पैदा होंगी। आने वाले वर्षों में कोटा न केवल शिक्षा का केंद्र रहेगा, बल्कि हवाई कनेक्टिविटी के माध्यम से देशभर में अपनी एक नई पहचान भी बनाएगा।
यदि सब कुछ योजना अनुसार चलता रहा, तो कोटा के लोग जल्द ही अपने ही जिले से हवाई यात्रा कर सकेंगे। यह विकास कार्य न केवल कोटा को उड़ान देगा, बल्कि पूरे राजस्थान को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा।