IMD Rain Alert: देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। कहीं भीषण गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है, तो कहीं तेज़ हवाओं के साथ बारिश और तूफान की स्थिति बन रही है। इन सबके बीच महाराष्ट्र में बारिश का दौर एक बार फिर तेज़ होता दिख रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने कुछ इलाकों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जो कि गंभीर मौसम की स्थिति को दर्शाता है।
महाराष्ट्र में बारिश का कहर
पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र के कई जिलों में तेज़ बारिश हो रही है। मुंबई, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ जैसे तटीय जिले इससे सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहे हैं। बारिश के कारण कुछ इलाकों में जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं बिजली कटौती और जलभराव की भी खबरें सामने आई हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, यह बारिश फिलहाल थमने वाली नहीं है। अगले पांच दिनों तक इन इलाकों में रुक-रुक कर भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। विभाग का कहना है कि स्थिति और भी गंभीर हो सकती है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
किन जिलों के लिए जारी हुआ रेड अलर्ट?
भारतीय मौसम विभाग ने रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब यह है कि इन इलाकों में बेहद भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़, भूस्खलन या अन्य आपदाएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। रेड अलर्ट का मतलब होता है कि प्रशासन और नागरिकों दोनों को उच्च स्तर की सतर्कता बरतनी चाहिए।
इसके अलावा, रायगढ़ जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जो भी एक चेतावनी का संकेत है। ऑरेंज अलर्ट का तात्पर्य है कि मौसम की स्थिति गंभीर हो सकती है और इससे नुकसान की संभावना बनी रहती है। लोगों को बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी लेकर ही निकलने की सलाह दी जा रही है।
मुंबई में येलो और ऑरेंज अलर्ट
मुंबई के लिए अगले पांच दिनों तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसका मतलब है कि यहां हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शुक्रवार को मुंबई में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया था, जिसमें 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। सुबह हल्की बारिश के बाद आसमान में बादल छा गए और तापमान में गिरावट देखी गई, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली।
बारिश के पीछे का कारण
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह भारी बारिश एक कम दबाव वाले क्षेत्र के कारण हो रही है, जो कि अरब सागर के पूर्व-मध्य हिस्से में बन रहा है। यह क्षेत्र दक्षिण कोंकण और गोवा के तटीय इलाकों के पास सक्रिय हो रहा है। इसके प्रभाव से हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है, जिससे भारी बारिश की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
IMD के अनुसार, यह कम दबाव वाला क्षेत्र धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है और जल्द ही एक अवसाद (डिप्रेशन) का रूप ले सकता है। यदि मौसम की स्थिति अनुकूल रही, तो यह अवसाद एक चक्रवात में भी तब्दील हो सकता है। हालांकि फिलहाल कोई चक्रवात नहीं बना है, लेकिन संभावना बनी हुई है, इसलिए विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
लोगों को बरतनी होगी सावधानी
बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। खासतौर पर तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को समुद्र के पास न जाने की सलाह दी गई है। मछुआरों को भी समुद्र में न उतरने की चेतावनी दी गई है।
नगरपालिका और जिला प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके। जलभराव, ट्रैफिक जाम और पेड़ गिरने जैसी घटनाओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन दलों को सक्रिय कर दिया गया है।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र में एक बार फिर मानसून से पहले की बारिश ने दस्तक दे दी है और आने वाले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी रेड और ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट मोड में है। ऐसे में नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे मौसम विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षा को प्राथमिकता दें। आने वाले दिनों में यह बारिश किसानों के लिए भी राहत लेकर आ सकती है, लेकिन इसके साथ सावधानी बरतना भी जरूरी है।