IMD Heavy Rain Alert: देशभर में मौसम की स्थिति अब फिर से खराब होने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 6 से 7 दिनों तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 15 से अधिक राज्यों में तेज आंधी, बिजली और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने यह चेतावनी इसलिए दी है क्योंकि अरब सागर में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जो जल्द ही एक चक्रवात में बदल सकता है। यह सिस्टम उत्तर की ओर बढ़ते हुए देश के कई इलाकों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का कारण बनेगा।
देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि अगले सप्ताह के दौरान उत्तर भारत, पूर्वोत्तर, पश्चिमी तट, दक्षिण भारत और पूर्वी राज्यों में तेज बारिश की संभावना है। खासकर पश्चिमी तट के राज्यों गुजरात, कोंकण, गोवा, कर्नाटक और केरल में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में बारिश के कारण बाढ़ और जलभराव की स्थिति बन सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
अरब सागर में बना यह निम्न दबाव का क्षेत्र 22 मई तक और तेज होकर एक गहरे डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। यह सिस्टम तेज गति से उत्तर की ओर बढ़ रहा है और इसके कारण तटीय क्षेत्रों में हवा की रफ्तार भी बढ़ेगी। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन दिनों समुद्र में न जाने की सलाह भी दी है।
अरब सागर में बन रहा चक्रवात
IMD ने बताया है कि अरब सागर के पूर्व मध्य हिस्से में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है, जो धीरे-धीरे एक कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होगा। यह सिस्टम 22 मई तक गहरे डिप्रेशन में बदल सकता है और उसके बाद चक्रवात का रूप भी ले सकता है। इसका असर गुजरात से लेकर केरल तक के पश्चिमी तटीय इलाकों पर पड़ेगा।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह चक्रवात भारी बारिश के साथ तेज हवा और ओलावृष्टि का कारण बन सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग मौसम विभाग की सलाह का पालन करें और जरूरत पड़ने पर सावधानी बरतें।
बारिश का प्रभाव और प्रभावित क्षेत्र
22, 25 और 26 मई को कर्नाटक के तटीय इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। साथ ही 25 और 26 मई को कर्नाटक के दक्षिणी आंतरिक हिस्सों में भी तेज बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र, आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र, और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भी भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों जैसे नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 25 मई तक भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण-पूर्व राजस्थान और मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी गुजरात, लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश और आंधी का खतरा
IMD के अनुसार पूर्वोत्तर भारत में अगले 7 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। इसके साथ ही तेज हवाओं के साथ आंधी, बिजली गिरने और ओलावृष्टि का खतरा भी है। असम और मेघालय में 22 से 27 मई के बीच कई जगहों पर भारी बारिश की संभावना है।
पूर्वोत्तर के कई राज्यों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान लोगों को सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है।
मछुआरों के लिए खास अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मछुआरों के लिए भी स्पष्ट चेतावनी जारी की है कि वे 22 से 26 मई के बीच पूर्व मध्य और उत्तर-पूर्व अरब सागर, केरल, कर्नाटक, कोंकण, गोवा, दक्षिण गुजरात तट और लक्षद्वीप क्षेत्र में समुद्र में न जाएं। इस दौरान मछली पकड़ने के काम को पूरी तरह बंद रखने की सलाह दी गई है।
साथ ही, मछुआरों को 22 से 26 मई तक सोमालिया तट और उससे जुड़े दक्षिण-पश्चिम अरब सागर क्षेत्र में भी जाने से बचने की हिदायत दी गई है।
सामान्य जनता के लिए सुझाव और सावधानियां
मौसम विभाग ने कहा है कि लोगों को आगामी दिनों में बारिश और तेज हवाओं से सतर्क रहना चाहिए। अचानक बाढ़, जलभराव और पेड़ों के गिरने जैसे हादसों से बचने के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को बारिश में बाहर न निकलने और घर के सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है। सड़क पर वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें क्योंकि भारी बारिश के दौरान सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं और दृश्यता कम हो जाती है।
यदि आप पहाड़ी क्षेत्रों में रहते हैं तो भूस्खलन के खतरों को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
निष्कर्ष
मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी यह अलर्ट देशभर के कई राज्यों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। अगले सप्ताह तक मौसम का बिगड़ना सामान्य से ज्यादा हो सकता है। अरब सागर में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र तेज़ी से बढ़ रहा है और कई जगहों पर भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित होने की पूरी संभावना है।
इसलिए आवश्यक है कि हम सभी मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें और अपनी सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं। साथ ही प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सतर्क और जागरूक रहें ताकि भारी बारिश और आंधी के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।