Home Loan EMI Reduction: देश के तीन बड़े सरकारी बैंक — केनरा बैंक (Canara Bank), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) — ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। इन बैंकों ने MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) में कटौती की है। इसका सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जिन्होंने इन बैंकों से होम लोन, पर्सनल लोन या ऑटो लोन लिया हुआ है।
यह कटौती मई 2025 से प्रभावी हुई है और इससे लाखों लोनधारकों की EMI में सीधी राहत मिल सकती है। आइए जानते हैं कि MCLR क्या होता है, इसकी कटौती से EMI कितनी कम हो सकती है, और किन-किन ग्राहकों को इस फैसले का फायदा मिलेगा।
MCLR क्या होता है?
MCLR यानी Marginal Cost of Funds-Based Lending Rate वह न्यूनतम ब्याज दर होती है जिस पर कोई भी बैंक लोन देने के लिए बाध्य होता है। बैंक का यह रेट उसकी पूंजी की लागत, ऑपरेशन खर्च और आरबीआई द्वारा निर्धारित मार्जिन पर आधारित होता है।
जब बैंक MCLR घटाते हैं, तो उसका फायदा उन ग्राहकों को मिलता है जिनके लोन फ्लोटिंग रेट (Floating Rate) पर आधारित होते हैं। ऐसे ग्राहकों की EMI कम हो जाती है या लोन की अवधि घट जाती है।
केनरा बैंक की नई MCLR दरें (12 मई 2025 से लागू)
केनरा बैंक ने सभी अवधि की MCLR दरों में 5 से 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। नई दरें इस प्रकार हैं:
अवधि | नई दर | पुरानी दर |
---|---|---|
ओवरनाइट | 8.20% | 8.30% |
1 महीना | 8.25% | 8.35% |
3 महीने | 8.45% | 8.55% |
6 महीने | 8.80% | 8.90% |
1 साल | 9.00% | 9.10% |
2 साल | 9.15% | 9.25% |
3 साल | 9.20% | 9.30% |
PNB की नई MCLR दरें (1 मई 2025 से लागू)
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी कई टेन्योर में MCLR को घटाया है। नई दरें इस प्रकार हैं:
अवधि | नई दर | पुरानी दर |
---|---|---|
ओवरनाइट | 8.25% | 8.40% |
1 महीना | 8.40% | 8.50% |
3 महीने | 8.60% | 8.70% |
6 महीने | 8.80% | 8.90% |
1 साल | 8.95% | 9.05% |
3 साल | 9.25% | 9.35% |
BOB (बैंक ऑफ बड़ौदा) की घोषणा
हालांकि बैंक ऑफ बड़ौदा की पूरी MCLR सूची अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन यह स्पष्ट किया गया है कि बैंक ने भी मौजूदा MCLR में कटौती की है। इससे इसके ग्राहकों को भी राहत मिलना तय है।
ग्राहकों को क्या मिलेगा फायदा?
अगर आपने इन बैंकों से फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है, तो आपकी EMI में कुछ प्रतिशत की कटौती हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि आपने 20 लाख रुपये का होम लोन लिया है, जिसकी ब्याज दर पहले 9.10% थी और अब वह 9.00% हो गई है, तो आपकी मासिक EMI में ₹200 से ₹400 तक की बचत हो सकती है।
यह बदलाव उनके लिए ज्यादा फायदेमंद है जिन्होंने हाल ही में लोन लिया है या जिनका रिव्यू पीरियड नजदीक है।
यह कदम क्यों है खास?
मुद्रास्फीति में नरमी: ब्याज दरों में कटौती से यह संकेत मिलता है कि महंगाई पर कुछ हद तक नियंत्रण पाया गया है।
लोन की लागत में गिरावट: ग्राहक अब सस्ते ब्याज पर लोन ले सकते हैं।
आवासीय क्षेत्र को बूस्ट: होम लोन सस्ता होने से रियल एस्टेट क्षेत्र को फायदा मिलेगा।
निष्कर्ष:
Canara Bank, PNB और BOB द्वारा MCLR में की गई यह कटौती बैंकों और ग्राहकों दोनों के लिए एक सकारात्मक कदम है। इससे जहां लोन की लागत कम होगी, वहीं EMI में राहत मिलने से आम आदमी की जेब पर भी बोझ कम पड़ेगा।
यदि आप नए लोन की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। साथ ही, मौजूदा ग्राहकों को यह सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक से EMI रिव्यू की जानकारी जरूर लें।