Jewellery Design Courses: अगर आप क्रिएटिव सोच रखते हैं और कला, फैशन और डिजाइन की दुनिया में अपना भविष्य देखना चाहते हैं, तो ज्वेलरी डिजाइनिंग आपके लिए एक बेहतरीन करियर विकल्प हो सकता है। यह ऐसा क्षेत्र है जहां आपके हुनर के साथ-साथ आपकी कल्पनाशक्ति भी काम आती है। भारत में ज्वेलरी इंडस्ट्री बहुत तेजी से बढ़ रही है और इसके साथ ही इस क्षेत्र में करियर के अवसर भी बढ़ते जा रहे हैं।
आजकल लोग सिर्फ सोने-चांदी के गहनों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें अपने स्टाइल और पर्सनैलिटी के अनुसार यूनिक और ट्रेंडी डिजाइन पसंद आते हैं। यही कारण है कि ज्वेलरी डिजाइनिंग में प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स की मांग लगातार बढ़ रही है। आइए विस्तार से जानते हैं कि ज्वेलरी डिजाइनिंग क्या है, इसमें करियर कैसे बनाएं और इस फील्ड में आगे बढ़ने के लिए किन बातों का ध्यान रखें।
क्या है ज्वेलरी डिजाइनिंग?
ज्वेलरी डिजाइनिंग का मतलब होता है विभिन्न धातुओं और कीमती पत्थरों जैसे सोना, चांदी, हीरा, मोती आदि से गहनों की रचनात्मक और आकर्षक डिजाइनों का निर्माण करना। यह सिर्फ गहनों की बनावट तय करने की प्रक्रिया नहीं होती, बल्कि एक कला होती है जिसमें डिजाइनिंग, फैशन की समझ और तकनीकी जानकारी की जरूरत होती है।
ज्वेलरी डिजाइनर बाजार के ट्रेंड, ग्राहकों की पसंद और अपने क्रिएटिव आइडियाज को मिलाकर ऐसे डिजाइन तैयार करता है, जो खूबसूरती के साथ-साथ यूनिक भी हों।
कैसे बनाएं इस फील्ड में करियर?
1. योग्यता (Educational Qualification)
अगर आप इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 10वीं या 12वीं पास करनी होगी। इसके बाद आप ज्वेलरी डिजाइन, फैशन डिजाइनिंग या आर्ट एंड क्राफ्ट से जुड़ा कोई डिप्लोमा या डिग्री कोर्स कर सकते हैं।
2. कोर्स ऑप्शंस
डिप्लोमा इन ज्वेलरी डिजाइन
बैचलर ऑफ डिजाइन (B.Des) – ज्वेलरी डिजाइन में स्पेशलाइजेशन
मास्टर ऑफ डिजाइन (M.Des)
सर्टिफिकेट कोर्स – CAD/CAM आधारित डिजाइनिंग
इन कोर्सेज के दौरान आपको स्केचिंग, डिजाइनिंग, मटीरियल की समझ, मार्केट ट्रेंड, और तकनीकी टूल्स के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है।
कौन-कौन सी स्किल्स जरूरी हैं?
क्रिएटिव सोच: नए और इनोवेटिव डिजाइन बनाने की क्षमता
ड्राइंग और स्केचिंग: अपने आइडियाज को पेपर पर उतारने की कला
CAD और CAM की जानकारी: कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से डिजाइनिंग करना
फैशन और रंगों की समझ: ग्राहकों की पसंद और मार्केट ट्रेंड का ज्ञान
धैर्य और बारीकी पर ध्यान: ज्वेलरी डिजाइनिंग में डिटेलिंग बेहद जरूरी होती है
भारत में टॉप इंस्टीट्यूट्स
यदि आप प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेना चाहते हैं, तो भारत में कई बेहतरीन संस्थान हैं जो ज्वेलरी डिजाइनिंग के कोर्स ऑफर करते हैं:
National Institute of Design (NID), अहमदाबाद – https://nid.edu/
Industrial Design Centre, IIT मुंबई – https://www.idc.iitb.ac.in/
Pearl Academy, दिल्ली और मुंबई – https://pearlacademy.com/
National Institute of Jewellery Design and Technology, मुंबई – https://nijdtindia.org/
Symbiosis Institute of Design, पुणे – https://www.sid.edu.in/
Indian Institute of Gems and Jewellery, जयपुर – https://iigjindia.com/
Gems and Jewellery Export Promotion Council, जयपुर – http://www.rcepindia.com/
इन संस्थानों से कोर्स करने के बाद आपको इंडस्ट्री में बेहतर जॉब के मौके मिलते हैं।
करियर ऑप्शंस
ज्वेलरी डिजाइनिंग में कोर्स पूरा करने के बाद आपके पास कई तरह के करियर विकल्प होते हैं:
ज्वेलरी डिजाइनर: गहनों के नए और आकर्षक डिजाइन तैयार करना
CAD/CAM डिजाइनर: कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से डिजाइनों को 3D रूप देना
ज्वेलरी कारीगर: डिजाइन के अनुसार हाथ से गहनों को आकार देना
प्रोडक्ट डेवलपर: नई ज्वेलरी रेंज और कलेक्शन तैयार करना
फैशन कंसल्टेंट: फैशन ट्रेंड्स के अनुसार ज्वेलरी की सलाह देना
कस्टम ज्वेलरी डिजाइनर: खास ग्राहकों के लिए उनके अनुसार गहने डिजाइन करना
सैलरी और फ्यूचर स्कोप
ज्वेलरी डिजाइनिंग एक तेजी से बढ़ता हुआ करियर है। एक फ्रेशर को शुरुआती स्तर पर ₹20,000 से ₹35,000 तक सैलरी मिल सकती है। अनुभव बढ़ने पर सीनियर डिजाइनर के रूप में ₹60,000 से ₹1 लाख प्रतिमाह या इससे अधिक कमाई संभव है। इसके अलावा आप खुद का डिजाइन स्टूडियो या ऑनलाइन बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर आप रचनात्मक सोच रखते हैं और फैशन, कला और डिजाइन में रुचि है, तो ज्वेलरी डिजाइनिंग आपके लिए एक उज्ज्वल करियर हो सकता है। यह न केवल आपके हुनर को पहचान दिलाता है, बल्कि आपको एक ग्लैमरस और सैटिस्फाइंग करियर की ओर ले जाता है। आज की डिजिटल दुनिया में इस क्षेत्र में स्कोप और अवसर दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं। सही प्रशिक्षण, हुनर और मेहनत से आप इस फील्ड में लंबी उड़ान भर सकते हैं।