CTET Exam Pattern 2025: अगर आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) से जुड़ा एक बड़ा बदलाव सामने आया है, जिसे लेकर सभी अभ्यर्थियों को सतर्क हो जाना चाहिए। NCTE (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) और CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने सीटेट परीक्षा के ढांचे में महत्वपूर्ण परिवर्तन की योजना तैयार की है, जो नई शिक्षा नीति 2020 के तहत लागू की जाएगी।
अब तीन चरणों में होगी सीटेट परीक्षा
अब तक सीटेट परीक्षा दो पेपरों में आयोजित होती थी — पेपर 1 (कक्षा 1 से 5 के लिए) और पेपर 2 (कक्षा 6 से 8 के लिए)। लेकिन अब तीन चरणों में CTET परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसमें एक नया पेपर भी जोड़ा जाएगा जो कक्षा 9 से 12 के शिक्षकों की पात्रता जांचेगा।
तीन चरणों का नया ढांचा इस प्रकार होगा:
पेपर 1 (Fundamental Stage):
यह पेपर उन अभ्यर्थियों के लिए होगा जो कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को पढ़ाना चाहते हैं।पेपर 2 (Preparatory/Middle Stage):
यह उन लोगों के लिए होगा जो कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षण के इच्छुक हैं।पेपर 3 (Secondary Stage):
यह नया पेपर उन उम्मीदवारों के लिए होगा जो कक्षा 9 से 12 के लिए शिक्षक बनना चाहते हैं। इसे सेकेंडरी स्टेज कहा जाएगा।
नई शिक्षा नीति के अनुसार बड़ा कदम
यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत किया जा रहा है, जिसमें शिक्षकों की गुणवत्ता को बेहतर करने और विषय विशेषज्ञों की भर्ती को मजबूत करने की योजना है। इस नीति के अनुसार शिक्षकों की दक्षता को अलग-अलग स्तरों पर आंकना जरूरी हो गया है। इसलिए अब शिक्षक बनने के लिए केवल एक या दो पेपर पास करना पर्याप्त नहीं होगा।
अब जो भी व्यक्ति माध्यमिक या उच्च माध्यमिक कक्षाओं (कक्षा 9 से 12) में पढ़ाना चाहता है, उसे अब सीटेट का तीसरा पेपर भी पास करना अनिवार्य होगा।
CBSE और NCTE की साझा पहल
सीटेट परीक्षा का आयोजन CBSE लंबे समय से करता आ रहा है, और इसी अनुभव को देखते हुए NCTE ने CBSE के साथ मिलकर इस नए बदलाव पर काम शुरू किया है। हाल ही में आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में इस योजना पर विस्तार से चर्चा की गई और CBSE ने प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है।
CBSE ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह NCTE के साथ सीटेट डेटा साझा करेगा ताकि आने वाले वर्षों में इस नई परीक्षा प्रणाली को मजबूती से लागू किया जा सके।
अगले साल से लागू हो सकती है नई व्यवस्था
सीटेट संयोजक अभिमन्यु यादव ने बताया है कि यह नई प्रणाली 2026 से पूरी तरह लागू हो सकती है, लेकिन इसकी तैयारियां 2025 में ही शुरू हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस बदलाव से पूरे देश में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की भर्ती करना और उनकी गुणवत्ता आंकना आसान होगा।
अभ्यर्थियों के लिए क्या है तैयारी की जरूरत?
अब जबकि सीटेट परीक्षा तीन चरणों में होने जा रही है, सभी अभ्यर्थियों को अपने लक्षित वर्ग के अनुसार सटीक और विशेष तैयारी करनी होगी। यदि आप माध्यमिक या उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षक बनना चाहते हैं, तो केवल CTET पेपर 1 या 2 पास करना पर्याप्त नहीं होगा।
इसलिए अब से ही छात्रों को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा, खासकर उन लोगों को जो कक्षा 9 से ऊपर के छात्रों को पढ़ाने की योजना बना रहे हैं।
निष्कर्ष
सीटेट परीक्षा में हुआ यह बड़ा बदलाव शिक्षक बनने की दिशा में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। इससे न केवल शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार आएगा, बल्कि छात्रों को भी उनके स्तर के अनुसार योग्य शिक्षक मिल सकेंगे।
नई व्यवस्था के लागू होने के बाद शिक्षक बनने की राह थोड़ी कठिन जरूर हो सकती है, लेकिन यह कदम शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में बेहद जरूरी है। अब समय है सजग रहने और आने वाली CTET परीक्षाओं के लिए सही दिशा में तैयारी करने का।