Early Monsoon India: देश के विभिन्न हिस्सों में इस समय मौसम की स्थिति में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जहां उत्तर भारत जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में गर्मी ने अपने पैर पसारे हुए हैं, वहीं पश्चिमी भारत में प्री-मॉनसून बारिश लगातार जारी है। मौसम विभाग यानी इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) ने इस बार मुंबई और महाराष्ट्र में मॉनसून के समय से पहले पहुंचने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कई इलाकों में भी मौसम करवट लेने वाला है, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
महाराष्ट्र में मॉनसून जल्द होगा प्रवेश
महाराष्ट्र में इस साल मॉनसून के आने में पहले से ज्यादा देरी नहीं होगी। राज्य के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार इस बारिश का सिलसिला मॉनसून के आगमन की शुरुआत से पहले ही शुरू हो चुका है। मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में भी आसमान में बादल छाए रहते हैं और मौसम काफी नम बना हुआ है।
आईएमडी की मुंबई निदेशक शुभांगी भूटे ने बताया कि मॉनसून इस बार मुंबई में जल्द आने वाला है। सामान्यतः मुंबई में मॉनसून 11 जून को आता है, लेकिन इस साल यह लगभग जून के पहले हफ्ते में ही पहुंच सकता है। 27 मई को केरल में मॉनसून के आगमन के बाद महाराष्ट्र की ओर मॉनसून आगे बढ़ेगा।
पिछले रविवार को मुंबई के सांताक्रूज ऑब्जर्वेट्री में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले दो दिनों में मुंबई और आसपास के इलाकों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है, जिससे मौसम सुहावना हो जाएगा।
आईएमडी ने दी भारी बारिश की चेतावनी
महाराष्ट्र के कोंकण और मध्य महाराष्ट्र क्षेत्र में 19 से 25 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मुंबई और उसके महानगरीय क्षेत्र को भी इस चेतावनी में शामिल किया गया है। आईएमडी ने स्थानीय बाढ़, जलभराव, अचानक बाढ़ और कमजोर पेड़ों के गिरने की संभावना को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।
विभाग ने नागरिकों से कहा है कि वे यात्रा करते समय सावधानी बरतें और मौसम से जुड़ी ट्रैफिक एडवाइस का पालन करें ताकि किसी तरह की असुविधा या दुर्घटना से बचा जा सके।
दिल्ली और उत्तर भारत में मौसम में बदलाव के संकेत
वहीं उत्तर भारत की बात करें तो दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आसपास के राज्यों में इन दिनों तापमान काफी ज्यादा बना हुआ है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 40 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच और न्यूनतम तापमान करीब 26 डिग्री रहने का अनुमान है। 19 मई को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, जबकि 21 और 22 मई को तेज हवा और बारिश की संभावना है। इससे राजधानी में गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में भी मौसम होगा बदलता
उत्तर प्रदेश में भी अगले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। आईएमडी के अनुसार 19 से 23 मई के बीच राज्य के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। तराई इलाकों में चल रही पुरवाई और बूंदाबांदी अब प्रदेश के पूर्वी-पश्चिमी दोनों संभागों तक फैल जाएगी।
राज्य के गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, संत कबीर नगर, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं जैसे जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
यह बारिश और हवाएं लू की तीव्रता को कम कर सकती हैं, जिससे वहां रहने वाले लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।
मॉनसून की ताज़ा स्थिति और भविष्यवाणी
देश के दक्षिणी हिस्से से शुरू हुआ मॉनसून अब धीरे-धीरे मध्य और पश्चिमी भारत की ओर बढ़ रहा है। केरल में 27 मई को मॉनसून पहुंचने के बाद अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र, कोंकण और आसपास के क्षेत्रों में मॉनसून की शुरुआत होगी।
आईएमडी के विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल मॉनसून सामान्य से थोड़ा पहले आएगा, जिससे महाराष्ट्र और उसके आसपास के राज्यों में मौसम सामान्य से कुछ हद तक जल्दी ही सुहाना हो जाएगा। हालांकि मॉनसून के सक्रिय होने के साथ भारी बारिश की आशंका भी बनी रहती है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी होगी।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने आम जनता को सलाह दी है कि वे मौसम की ताजा जानकारी नियमित रूप से देखें और अचानक भारी बारिश, तेज हवा या बाढ़ की स्थिति में आवश्यक सावधानी बरतें। खासकर कोंकण क्षेत्र और महाराष्ट्र के अन्य जिलों में रहने वाले लोग जलभराव और बाढ़ के खतरे को लेकर सतर्क रहें।
उत्तर भारत के राज्यों में तेज हवाओं और बारिश के दौरान खुले में जाने से बचें और जरूरत पड़ने पर घर से बाहर निकलते समय सुरक्षा उपाय अपनाएं।
निष्कर्ष
इस समय देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम अपनी अलग-अलग छटा दिखा रहा है। जहां पश्चिमी भारत खासकर महाराष्ट्र में मॉनसून के आने की खबर से किसानों और आम जनता के चेहरे खिल उठे हैं, वहीं उत्तर भारत में गर्मी और लू की वजह से लोगों को कठिन समय से गुजरना पड़ रहा है।
मॉनसून के समय से पहले आने से महाराष्ट्र में पानी की किल्लत कम होगी और कृषि कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। वहीं दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आगामी दिनों में होने वाली बारिश से गर्मी की तपिश में कमी आएगी।
मौसम में हो रहे इस बदलाव को देखते हुए सभी को सावधानी बरतनी चाहिए और मौसम विभाग की सलाह का पालन करना चाहिए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।