Free Laptop Yojana 2025: मध्य प्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी और सराहनीय पहल करते हुए राज्य के मेधावी छात्रों के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को लैपटॉप खरीदने के लिए ₹25,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह सहायता “मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना” के अंतर्गत प्रदान की जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ना और उनकी उच्च शिक्षा की राह को आसान बनाना है।
योजना का उद्देश्य
डिजिटल युग में शिक्षा के स्वरूप में काफी बदलाव आया है। आज पढ़ाई का एक बड़ा हिस्सा ऑनलाइन हो गया है। चाहे वह डिजिटल क्लास हो, ई-नोट्स हों या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी – हर जगह कंप्यूटर और लैपटॉप की आवश्यकता महसूस की जाती है। लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र कई बार इन संसाधनों से वंचित रह जाते हैं। मध्य प्रदेश सरकार की यह योजना ऐसे छात्रों को जरूरी तकनीकी साधन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कौन कर सकता है इस योजना का लाभ प्राप्त?
यह योजना सिर्फ उन्हीं छात्रों के लिए लागू की गई है जिन्होंने मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) से 12वीं की परीक्षा दी है और निर्धारित प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इसमें अलग-अलग वर्गों के लिए अलग योग्यता तय की गई है:
सामान्य वर्ग के छात्र: कम से कम 85% अंक लाने आवश्यक हैं।
अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): इन वर्गों के छात्रों को कम से कम 75% अंक लाना अनिवार्य है।
इसके अलावा, छात्र का मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना आवश्यक है।
फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया: सीधे बैंक खाते में ₹25,000
इस योजना की खास बात यह है कि इसमें किसी प्रकार की जटिल आवेदन प्रक्रिया नहीं है। छात्रों को अलग से कोई फॉर्म नहीं भरना होगा। स्कूलों द्वारा मेधावी छात्रों की सूची शिक्षा विभाग को भेजी जाती है। इसके बाद इन छात्रों की जानकारी जैसे आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण आदि का सत्यापन किया जाता है।
जब सूची और विवरण सत्यापित हो जाते हैं, तब ₹25,000 की राशि Direct Benefit Transfer (DBT) के जरिए छात्र के बैंक खाते में भेज दी जाती है। यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और डिजिटल माध्यम से होती है, जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचा जा सके।
छात्रों को किन बातों का ध्यान रखना है?
लोक शिक्षण संचालनालय ने छात्रों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। छात्रों को अपने व्यक्तिगत बैंक खाते की जानकारी ही देनी चाहिए। यदि किसी छात्र ने परिवार के किसी अन्य सदस्य का खाता नंबर दिया या बैंक विवरण गलत दिया, तो DBT फेल हो सकता है और उसे योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।
इसलिए छात्रों को चाहिए कि वे अपने बैंक खाते की जानकारी सही और आधार कार्ड से लिंक रखें। अगर कोई जानकारी गलत पाई जाती है, तो शिक्षा विभाग ट्रांजैक्शन को रोक सकता है।
आवेदन कैसे करें?
फ्री लैपटॉप योजना के अंतर्गत छात्रों को अलग से कोई ऑनलाइन या ऑफलाइन फॉर्म नहीं भरना है। यह पूरी प्रक्रिया स्कूल और शिक्षा विभाग के सहयोग से की जाती है। स्कूल के प्रधानाचार्य द्वारा मेधावी छात्रों की सूची तैयार कर शिक्षा विभाग को भेजी जाती है।
छात्र shikshaportal.mp.gov.in पर जाकर अपनी पात्रता की स्थिति और आवेदन की जानकारी देख सकते हैं। अगर वे पात्र पाए जाते हैं तो उन्हें स्वतः ही योजना का लाभ मिल जाएगा।
ज़िला शिक्षा अधिकारियों की जिम्मेदारी
राज्य सरकार ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिलों से संबंधित मेधावी छात्रों की जानकारी एकत्रित कर समयसीमा के भीतर पोर्टल पर अपलोड करें। यह जानकारी एक सप्ताह के भीतर पोर्टल पर भेजनी होती है ताकि योजना को समय पर क्रियान्वित किया जा सके।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
छात्र का आधार कार्ड
छात्र का बैंक खाता (आधार से लिंक होना चाहिए)
कक्षा 12वीं की मार्कशीट
मध्य प्रदेश का निवास प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC के लिए)
डिजिटल भविष्य की ओर एक मजबूत कदम
आज की शिक्षा पद्धति में तकनीकी ज्ञान और डिजिटल उपकरणों की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार की यह पहल उन छात्रों के लिए वरदान साबित होगी, जो आर्थिक रूप से लैपटॉप जैसी जरूरी चीजें खरीदने में असमर्थ हैं।
₹25,000 की सहायता राशि से छात्र एक अच्छा लैपटॉप खरीद सकते हैं और अपनी उच्च शिक्षा या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को बेहतर ढंग से कर सकते हैं। इससे न केवल उनकी पढ़ाई में मदद मिलेगी, बल्कि वे तकनीकी रूप से भी सक्षम बन सकेंगे।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश की “मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना” वास्तव में राज्य के होनहार छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह योजना न केवल शिक्षा को बढ़ावा देती है बल्कि डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में भी एक प्रभावशाली कदम है।
जो छात्र इस योजना के योग्य हैं, उन्हें चाहिए कि वे अपने दस्तावेज सही रखें और योजना की प्रक्रिया को समझते हुए समय पर अपनी जानकारी स्कूल के माध्यम से विभाग तक पहुंचाएं। यह योजना विद्यार्थियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है, जो उनके उज्जवल भविष्य की नींव रखेगा।