Gold Price Today: सोने की कीमतों में अचानक आई बड़ी गिरावट ने पूरे बाजार को चौंका दिया है। कुछ ही समय पहले तक लगातार बढ़ रही सोने की कीमतें अब नीचे की ओर लुड़क रही हैं। प्रति 10 ग्राम सोना 4,858 रुपये सस्ता हो गया है, जिससे निवेशक और आम ग्राहक दोनों परेशान हैं। कई लोग यह सोचने में लगे हैं कि क्या यह खरीदारी का सही समय है या अभी और इंतजार करना चाहिए।
सोने की कीमतों में अचानक गिरावट से मचा बाजार में हड़कंप
कल रात से शुरू हुई यह गिरावट आज गुरुवार को भी जारी है। एमसीएक्स (MCX) पर आज दोपहर 1:58 बजे सोना 94,740 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था, जो कि पिछले दिन के मुकाबले 538 रुपये कम है। यह गिरावट लगभग 0.56% की है। दिन का न्यूनतम स्तर 94,500 रुपये और उच्चतम स्तर 94,900 रुपये रहा। पिछले दिन सोने की कीमत 95,278 रुपये थी, यानी इसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
22 अप्रैल को छुआ था रिकॉर्ड स्तर
22 अप्रैल 2025 को सोने ने अपना इतिहासिक उच्चतम स्तर छुआ था। उस दिन एमसीएक्स पर 24 कैरेट सोना 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। यह सोने की अब तक की सबसे ऊंची कीमत थी, जिसने निवेशकों के बीच जोश भर दिया था। कुछ जगहों पर सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से भी ऊपर चला गया था (टैक्स और शुल्क मिलाकर)। लेकिन उस शिखर के बाद अब जो गिरावट देखने को मिल रही है, वह दर्शाती है कि बाजार कितना अस्थिर हो सकता है।
क्यों गिर रहे हैं सोने के दाम?
सोने की कीमतें कई आर्थिक और वैश्विक कारकों पर निर्भर करती हैं। नीचे कुछ प्रमुख कारण बताए गए हैं जिनकी वजह से सोने के दामों में गिरावट देखी जा रही है:
अमेरिकी डॉलर की मजबूती: डॉलर के मजबूत होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना महंगा हो जाता है, जिससे मांग में गिरावट आती है और कीमतें नीचे जाती हैं।
शेयर बाजार का अच्छा प्रदर्शन: जब स्टॉक मार्केट अच्छा प्रदर्शन करता है, तो निवेशक सोने से पैसा निकालकर शेयरों में लगाते हैं। इससे भी सोने की मांग कम होती है।
निवेशकों की मुनाफा बुकिंग: अप्रैल में जब सोना ऊंचाई पर पहुंचा था, तो कई निवेशकों ने मुनाफा कमाने के लिए अपने होल्डिंग्स बेच दिए। इससे भी कीमतों में गिरावट आई।
अंतरराष्ट्रीय तनावों में कमी: पहले व्यापारिक तनाव और जियोपॉलिटिकल घटनाएं सोने की कीमत बढ़ा रही थीं। लेकिन अब जब स्थिति सामान्य होती दिख रही है, तो निवेशक सोने के बजाय दूसरे विकल्पों की ओर देख रहे हैं।
कमजोर स्थानीय मांग: भारत में सोने की मांग आमतौर पर त्योहारों और शादियों के समय बढ़ती है। अभी ऐसा कोई बड़ा अवसर नहीं है, जिससे बाजार में सुस्ती देखी जा रही है।
निवेशकों के लिए क्या है अगला कदम?
वर्तमान समय में जब सोने की कीमतें नीचे आ रही हैं, तब यह उन लोगों के लिए अवसर हो सकता है जो लंबे समय से खरीदारी की योजना बना रहे थे। हालांकि, जानकार सलाह देते हैं कि एक साथ बड़ी राशि निवेश करने के बजाय धीरे-धीरे SIP (Systematic Investment Plan) की तरह सोने में निवेश करना समझदारी होगी।
यदि आपने पहले ही ऊंची कीमतों पर सोना खरीदा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सोना दीर्घकालिक निवेश माना जाता है और समय के साथ इसकी कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं। इसलिए वर्तमान गिरावट में बेचने की बजाय धैर्य रखना फायदेमंद रहेगा।
क्या भविष्य में और गिरेगा सोना?
तकनीकी विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल सोना एक महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल पर है। अगर यह स्तर टूटता है तो कीमतें और नीचे जा सकती हैं। लेकिन वैश्विक आर्थिक हालात, महंगाई दर, केंद्रीय बैंकों की नीति, और अंतर्राष्ट्रीय तनावों में कोई भी बदलाव सोने की कीमत को फिर से ऊपर की ओर ले जा सकता है।
भारत में आने वाला त्योहारी सीजन और शादी-ब्याह का मौसम भी सोने की मांग को फिर से बढ़ा सकता है, जिससे कीमतें स्थिर या ऊपर जा सकती हैं।
निवेश से पहले रखें इन बातों का ध्यान:
अपनी वित्तीय स्थिति और जरूरतों के अनुसार ही निवेश करें।
एक बार में ज्यादा निवेश करने के बजाय चरणबद्ध तरीके से खरीदारी करें।
बाजार की खबरों, ट्रेंड और विश्लेषण को ध्यान से समझें।
लंबी अवधि की सोच के साथ निवेश करें।
निष्कर्ष
सोने की कीमतों में आई यह गिरावट निवेशकों और आम उपभोक्ताओं दोनों के लिए एक सावधानी और अवसर का समय है। यह दिखाता है कि सोना एक संवेदनशील निवेश माध्यम है जो कई वैश्विक और स्थानीय घटनाओं से प्रभावित होता है। यदि आप सोच-समझकर, योजना बनाकर और सलाह लेकर निवेश करते हैं, तो सोना अब भी एक सुरक्षित और लाभकारी विकल्प हो सकता है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई जानकारी को निवेश सलाह के रूप में न लें। सोने में निवेश करने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें। बाजार जोखिमों के अधीन होता है और कीमतें समय-समय पर बदलती रहती हैं।