Gold Rate Update: भारत में सोने की कीमतों में इस साल 2025 में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। कभी सोना रिकॉर्ड तोड़ ऊंचाई पर पहुंचा, तो कभी अचानक उसमें गिरावट देखने को मिली। लेकिन अब बाजार के विशेषज्ञों ने एक बार फिर भविष्यवाणी की है कि अक्टूबर और नवंबर 2025 तक सोने के दाम ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि अभी सोने की कीमतें क्या चल रही हैं, हालिया उतार-चढ़ाव का कारण क्या रहा है और आने वाले महीनों में इसकी क्या स्थिति रहने वाली है।
अभी क्या चल रहे हैं सोने के दाम?
वर्तमान समय में देश के प्रमुख सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना ₹92,050 प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना ₹96,650 प्रति 10 ग्राम की दर पर बिक रहा है। वहीं, चांदी की कीमत भी ऊंचाई पर बनी हुई है — भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में चांदी ₹1,10,000 प्रति किलो तक पहुंच गई है।
ये आंकड़े इस ओर इशारा करते हैं कि सोने और चांदी की कीमतें केवल घरेलू कारणों से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से भी प्रभावित हो रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्या चल रहा है?
दुनियाभर के बाजारों में भी सोने के भाव में हलचल है। कॉमेक्स (COMEX) पर सोने का दाम 0.19% की बढ़त के साथ $3,312.40 प्रति औंस तक पहुंच गया है। वहीं गोल्ड स्पॉट मार्केट में भी 0.12% की तेजी आई है और यह $3,309.83 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है।
इसका सीधा असर भारत जैसे देशों पर भी पड़ रहा है, जहां सोना पारंपरिक रूप से निवेश और आभूषण दोनों ही रूप में अत्यधिक पसंद किया जाता है।
क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत?
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में तेजी का सबसे बड़ा कारण अमेरिका और अन्य देशों के बीच जारी ट्रेड वॉर है। जब भी वैश्विक स्तर पर व्यापार अस्थिर होता है, निवेशक शेयर बाजार जैसे अस्थिर विकल्पों से हटकर सोने में सुरक्षित निवेश करना पसंद करते हैं।
इस वजह से सोने की मांग में वृद्धि होती है और कीमतें अपने आप चढ़ने लगती हैं।
1 अप्रैल 2025 को बना था रिकॉर्ड
2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली, लेकिन 1 अप्रैल का दिन ऐतिहासिक रहा। उस दिन सोने की कीमत ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार चली गई थी, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
हालांकि इसके बाद थोड़ी गिरावट भी आई, लेकिन कुल मिलाकर सोने ने इस साल अब तक निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। MCX पर सोना ₹99,358 प्रति 10 ग्राम तक ट्रेड करता देखा गया।
अक्टूबर-नवंबर में क्या होगा?
त्योहारी सीजन भारत में सोने की खरीदारी के लिए सबसे उपयुक्त समय माना जाता है। विशेष रूप से दिवाली और धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है।
सर्राफा कारोबारी रोहित वर्मा के मुताबिक, अक्टूबर और नवंबर में सोने की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा 90 दिन का टैरिफ होल्ड खत्म होने के बाद भी कीमतों में उछाल आने की पूरी संभावना है।
इसी वजह से उन्होंने अनुमान लगाया है कि 24 कैरेट सोना ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
निवेशकों के लिए क्या है सुझाव?
अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह समय रणनीति बनाने का है। हालांकि कीमतें पहले ही काफी ऊंचाई पर हैं, लेकिन आगामी महीनों में और बढ़ने की संभावना बनी हुई है।
छोटी मात्रा में निवेश शुरू करना और त्योहारों से पहले खरीदारी करना बेहतर विकल्प हो सकता है, क्योंकि त्योहारों के दौरान कीमतें आम तौर पर और बढ़ जाती हैं।
निष्कर्ष
2025 में सोने की कीमतों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यह निवेश का एक सुरक्षित और लाभदायक विकल्प है। चाहे घरेलू अनिश्चितताएं हों या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार युद्ध, सोना हर बार निवेशकों के लिए सहारा बनकर उभरा है।
अगर विशेषज्ञों की मानें, तो अक्टूबर-नवंबर तक 10 ग्राम सोने की कीमत ₹1,05,000 तक पहुंच सकती है। ऐसे में यदि आप निवेश या खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो अभी से सतर्क रहें और बाजार की चाल को ध्यान से समझें।