IMD 7 States Weather Alert: भारत के कई हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ली है और अगले कुछ दिनों में इसका असर और भी ज्यादा देखने को मिल सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के सात से अधिक राज्यों में 14 से 17 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग का कहना है कि यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) की वजह से हो रहा है।
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की संभावना
IMD के मुताबिक, पूर्वोत्तर भारत में मौसम बिगड़ने वाला है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे राज्यों में 14 से 17 मई तक गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है। साथ ही, इन इलाकों में 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। कुछ स्थानों पर बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ने की आशंका है।
पश्चिमी भारत में भी बिगड़ सकता है मौसम
पश्चिमी भारत में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा है। 13 से 17 मई तक कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज और बिजली के साथ बारिश होने की संभावना है। इन इलाकों में भी हवाओं की गति 30 से 50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। तेज हवाओं की वजह से पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की घटनाएं हो सकती हैं, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है।
दक्षिण भारत में तेज हवाएं और बिजली गिरने की आशंका
14 से 17 मई तक दक्षिण भारत के कई राज्यों में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है। तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है। 14 से 15 मई तक तेलंगाना में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना जताई गई है। कहीं-कहीं पर हवा की गति 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जो कि खतरनाक हो सकता है।
पूर्वी और मध्य भारत भी रहेंगे प्रभावित
मध्य और पूर्वी भारत के राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी मौसम का असर देखने को मिलेगा। 13 से 17 मई के बीच इन क्षेत्रों में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।
विशेष रूप से 15 और 16 मई को गंगा के मैदानी इलाकों में, खासकर पश्चिम बंगाल में, 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। इसके अलावा, 14 से 16 मई तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
समुद्री इलाकों में भी असर
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी 14 से 16 मई के बीच भारी बारिश की संभावना है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने और मछुआरों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। ऐसे समय में समुद्र में जाना खतरनाक हो सकता है, इसलिए स्थानीय प्रशासन और मछुआरों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
देशभर में बनी है मौसम प्रणाली
मौसम विभाग के अनुसार, देशभर में अलग-अलग जगहों पर कई मौसमी प्रणालियां सक्रिय हैं। पश्चिमी विक्षोभ एक ट्रफ के रूप में उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक फैला हुआ है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक फैला हुआ है। इसी के चलते ओडिशा से होते हुए दक्षिण भारत तक एक द्रोणिका बनी हुई है। असम और उसके आसपास के इलाकों में भी ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जो वहां की बारिश को बढ़ावा दे रहा है।
आम जनता के लिए जरूरी अलर्ट
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे इन दिनों अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम से जुड़ी ताजा जानकारी पर ध्यान दें। बिजली गिरने से बचने के लिए खुले स्थानों पर न रहें और पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों। किसानों, यात्रियों और मछुआरों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष:
देश के कई हिस्सों में 14 से 17 मई के बीच भारी बारिश और आंधी-तूफान का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने सात से ज्यादा राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया है। लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। मौसम की इस बदली चाल के बीच जनजीवन पर असर पड़ सकता है, लेकिन समय पर सावधानी बरतने से बड़ी परेशानियों से बचा जा सकता है।