IMD Heavy Rain Alert: जून महीने की शुरुआत के साथ ही देश के कई हिस्सों में मौसम की स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकता है। भारतीय मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले तीन दिनों में देश के विभिन्न राज्यों में तेज बारिश, आंधी और मौसम की मार का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस वर्ष जून की शुरुआत में ही मानसून के संकेत दिखाई दे रहे हैं। यह स्थिति सामान्य से कुछ अलग है और इसका प्रभाव देश के उत्तरी और पूर्वी राज्यों पर अधिक दिखाई देगा। तापमान में अचानक गिरावट के साथ-साथ हवा की दिशा में भी परिवर्तन हो सकता है।
पिछले कुछ वर्षों में जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम का व्यवहार काफी अप्रत्याशित हो गया है। इस साल भी मौसम का मिजाज सामान्य से अलग रहने की संभावना है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक कारणों से मौसम के पैटर्न में बदलाव हो रहा है।
प्रभावित राज्यों का विवरण
उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना के साथ तेज हवाओं का दौर चल सकता है। राज्य के कई जिलों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। बारिश की संभावना 80 प्रतिशत तक है और हवा की गति 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। इस दौरान बिजली गिरने का भी खतरा रहेगा।
बिहार में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। यहां तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रह सकता है और बारिश की संभावना 50 प्रतिशत है। हवा की गति 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है। इस बारिश से राज्य के तापमान में कमी आने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने का अनुमान है। यहां तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रह सकता है लेकिन बारिश की संभावना केवल 30 प्रतिशत है। हवा की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है जिससे धूल भरी आंधी का खतरा बढ़ जाता है।
राजस्थान में सूखे जैसी स्थिति बनी रह सकती है। यहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है और बारिश की संभावना केवल 20 प्रतिशत है। हवा की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान है।
पश्चिम बंगाल में बिजली चमकने के साथ बारिश होने की संभावना है। यह स्थिति राज्य के लिए सामान्य मानी जा सकती है क्योंकि यहां मानसून की गतिविधियां पहले से ही शुरू हो चुकी हैं।
सुरक्षा उपाय और तैयारी
इस मौसमी बदलाव के दौरान कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतना आवश्यक है। सबसे पहले अपने घर की जल निकासी प्रणाली की जांच कराएं। छतों पर जमा पानी न रुकने दें और आवश्यक मरम्मत का काम पहले से कराएं।
बिजली गिरने से बचने के लिए उचित सुरक्षा उपकरण लगवाएं। खुले स्थानों पर जाने से बचें और ऊंचे पेड़ों के नीचे न खड़े हों। धातु की वस्तुओं को छूने से बचें जब बिजली चमक रही हो।
तापमान बढ़ने पर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करें। धूप में निकलने से बचें और यदि जरूरी हो तो सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें।
भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें। यदि यात्रा करना जरूरी हो तो मौसम की जानकारी पहले से प्राप्त करें और सुरक्षित मार्ग का चुनाव करें।
मौसम की जानकारी प्राप्त करना
आजकल मौसम की सटीक जानकारी प्राप्त करने के कई माध्यम उपलब्ध हैं। भारतीय मौसम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से नवीनतम अपडेट मिल सकते हैं। विभिन्न मोबाइल एप्लिकेशन भी इस काम में सहायक हैं।
स्थानीय समाचार चैनल और रेडियो स्टेशन भी नियमित रूप से मौसम की जानकारी प्रसारित करते हैं। इन सभी माध्यमों से मिली जानकारी के आधार पर अपनी दैनिक गतिविधियों की योजना बनाना समझदारी है।
निष्कर्ष
मौसम में होने वाले ये बदलाव प्राकृतिक हैं लेकिन उनसे होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। समय रहते तैयारी और सावधानी बरतकर इन चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। मौसम की नियमित जानकारी लेते रहें और आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन करें।