Heavy Rain Alert: देश के कई हिस्सों में इस समय मानसून की सक्रियता के चलते भारी बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर 26 से 31 मई तक कई राज्यों में तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है। इससे निपटने के लिए आईएमडी ने उच्च सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए हैं। आइए जानते हैं इस मौसम अपडेट के बारे में विस्तार से।
मानसून की सक्रियता और वर्तमान स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने मध्य अरब सागर, महाराष्ट्र के कई हिस्सों, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। खासतौर पर दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रहा है। इस दबाव क्षेत्र की वजह से अगले 3-4 दिनों तक इन इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
26 से 31 मई के दौरान भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि 26 और 27 मई को केरल, मुंबई समेत कोंकण क्षेत्र, मध्य महाराष्ट्र के घाटी इलाके, कर्नाटक के तटीय और घाटी इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम-मध्य भारत के शेष हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों के कई इलाकों में भी मानसून सक्रिय रहेगा।
28 से 31 मई तक भी इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है। इससे न सिर्फ इन इलाकों में पानी भराव हो सकता है बल्कि तेज हवाओं और आंधी-तूफान के चलते स्थानीय स्तर पर तबाही का खतरा भी बना रहेगा।
तेज हवा और आंधी का खतरा
मौसम विभाग ने केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत कई राज्यों में आंधी और बिजली गिरने के साथ-साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं की चेतावनी भी जारी की है। 26 मई को केरल और माहे में भी भारी बारिश के साथ तेज हवाओं की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत में भी अगले सप्ताह गरज-चमक के साथ तेज हवाओं का असर रहेगा। अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में 26, 27 और 29 से 31 मई तक भारी बारिश के साथ तेज हवाओं का भी अलर्ट जारी है।
अन्य राज्यों की स्थिति
राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम जैसे राज्यों में भी 26 से 31 मई तक बारिश जारी रहेगी। साथ ही इन इलाकों में तेज हवाओं और आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने की संभावना है। इन राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कई जगह भारी बारिश की भी चेतावनी दी गई है।
उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर-लद्दाख क्षेत्र में भी 26 से 31 मई के दौरान आंधी, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। इन इलाकों में भी सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि तेज बारिश और हवाएं फसलों, पेड़ों, बिजली लाइनों और आवागमन पर असर डाल सकती हैं।
मानसून की प्रगति
आईएमडी के अनुसार, मानसून दक्षिण-पश्चिम की दिशा से तेजी से आगे बढ़ रहा है और अब यह पूरे देश के कई हिस्सों में सक्रिय हो चुका है। केरल के बाद अब यह महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भी फैल चुका है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ दिनों में मानसून की गतिविधि और तेज होगी, जिसके चलते बारिश का दायरा और भी बड़ा हो जाएगा। इस दौरान सड़कों पर जलभराव, नदियों में जलस्तर बढ़ना और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन जैसी घटनाएं हो सकती हैं, जिनके लिए स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सावधान रहना होगा।
सावधानी और तैयारी
मौसम विभाग ने सभी संबंधित राज्यों के प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं ताकि भारी बारिश और तेज हवा के कारण किसी भी प्रकार की दुर्घटना या नुकसान से बचा जा सके। नागरिकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे मौसम अपडेट पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर सुरक्षा उपाय अपनाएं।
खासतौर पर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए। सड़क और पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय मौसम की जानकारी अवश्य लें और अनावश्यक बाहर जाने से बचें।
आने वाले 26 से 31 मई के बीच देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का दौर रहेगा। इस दौरान तेज हवा, आंधी और बिजली गिरने की संभावना भी बनी रहेगी। मानसून की इस सक्रियता को देखते हुए मौसम विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है।
इस समय सभी नागरिकों और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए सबसे जरूरी है कि वे मौसम विभाग की सलाह का पालन करें और खुद को तथा अपने परिवार को सुरक्षित रखें। लगातार बारिश और तेज हवाओं के कारण होने वाली आपदाओं से बचाव के लिए पूर्व तैयारी और सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।