Maiya Samman Yojana 2025: झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही मंईयां सम्मान योजना इन दिनों सुर्खियों में है। यह योजना राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। हाल ही में सरकार ने इस योजना के तहत अप्रैल महीने की ₹2500 की राशि लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजनी शुरू कर दी है। वहीं, अब सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लेते हुए मई और जून की राशि एक साथ देने की घोषणा की है, जिससे महिलाओं को ₹5000 की डबल किस्त मिलेगी।
इस लेख में हम जानेंगे कि मंईयां सम्मान योजना क्या है, इसका लाभ किन महिलाओं को मिलेगा, किन्हें बाहर किया जा रहा है और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार द्वारा शुरू की गई एक कल्याणकारी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सहयोग देना है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹2500 की सीधी आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। इस योजना का क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है।
किसे मिलेगा योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों पर खरी उतरती हैं। उदाहरण के लिए:
महिला झारखंड की निवासी होनी चाहिए।
उसका बैंक खाता आधार से लिंक होना जरूरी है।
महिला पहले से किसी अन्य पेंशन योजना का लाभ न ले रही हो।
उसके दस्तावेज पूरी तरह सही और सत्यापित हों।
अप्रैल महीने की किस्त ट्रांसफर, जून में डबल किस्त
सरकार ने अप्रैल महीने की ₹2500 की किस्त कई जिलों में लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी है। इसके साथ ही यह घोषणा की गई है कि मई और जून महीने की राशि अब जून में एक साथ दी जाएगी, यानी कि महिलाओं को ₹5000 की एकमुश्त किस्त मिलेगी। इससे महिलाओं को घरेलू खर्चों में बड़ी राहत मिलेगी।
अपात्र महिलाओं को योजना से किया जा रहा बाहर
सरकार इस योजना को पारदर्शिता और सत्यता के साथ लागू करना चाहती है। इसलिए जिन महिलाओं के दस्तावेज अधूरे या गलत पाए गए हैं, उन्हें लाभुक सूची से बाहर किया जा रहा है। अभी तक पूर्वी सिंहभूम जिले में 77,000 महिलाओं को होल्ड पर रखा गया है, यानी उन्हें फिलहाल किस्त नहीं दी जाएगी।
जमशेदपुर में सबसे ज्यादा महिलाएं प्रभावित
जमशेदपुर अंचल में सबसे अधिक संख्या में महिलाओं को योजना से होल्ड पर रखा गया है। यहां करीब 14,662 महिलाओं को फिलहाल किस्त नहीं मिलेगी। इसका कारण है उनका अपूर्ण दस्तावेज़ या योजना के मापदंडों पर खरा न उतरना।
बैंक खाता और दस्तावेजों की गड़बड़ी बन सकती है बाधा
कई बार लाभुक महिलाओं का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं होता या IFSC कोड गलत होता है, ऐसे में पैसे ट्रांसफर नहीं हो पाते। इसके अलावा यदि कोई महिला पहले से किसी अन्य पेंशन योजना का लाभ ले रही है, तो भी उसे मंईयां योजना से बाहर किया जा सकता है।
सरकार की सख्त कार्यवाही
सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि किसी महिला ने गलत जानकारी या जालसाजी से योजना का लाभ लिया है, तो उसके खिलाफ कड़ी जांच और वसूली की कार्रवाई की जाएगी। संबंधित विभाग सभी जिलों में गहन जांच प्रक्रिया चला रहा है, ताकि केवल वास्तविक और पात्र लाभुकों को ही योजना का लाभ मिल सके।
लाभुक महिलाओं को क्या करना चाहिए?
अपना बैंक खाता आधार से लिंक करवाएं।
बैंक की जानकारी जैसे IFSC कोड, खाता संख्या सही-सही अपडेट रखें।
यदि पहले से किसी सरकारी पेंशन योजना का लाभ ले रही हैं, तो इसकी जानकारी सही-सही दें।
यदि आपका नाम लाभुक सूची में होल्ड पर है, तो जिला कार्यालय में संपर्क कर स्थिति स्पष्ट करें।
किसी भी सूचना या गड़बड़ी के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर की सहायता लें।
निष्कर्ष
मंईयां सम्मान योजना झारखंड की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण और लाभकारी योजना है। यह योजना न केवल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करती है, बल्कि आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी एक अहम कदम है। सरकार का प्रयास है कि योजना का लाभ केवल वास्तव में जरूरतमंद महिलाओं को मिले और कोई भी अपात्र व्यक्ति इसका दुरुपयोग न कर सके।
अब जब मई और जून की राशि एक साथ जून में मिलेगी, तो ₹5000 की एकमुश्त राशि लाभार्थी महिलाओं को घरेलू खर्चों में बड़ी राहत देगी। यदि आप भी इस योजना की पात्र हैं, तो समय पर अपने दस्तावेजों की जांच करवाएं और आवश्यक जानकारी अपडेट रखें, ताकि आपको योजना का पूरा लाभ मिल सके।