Onion Price Update: देश की प्रमुख मंडियों में 2 जून 2025 को प्याज की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। पिछले कुछ दिनों से बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव के बीच आज फिर प्याज के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खासकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और हरियाणा की मंडियों में प्याज का भाव ₹2000 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। इस तेजी ने किसानों के चेहरे पर खुशी लाने के साथ ही आम उपभोक्ताओं के लिए चिंता भी बढ़ा दी है। आइए जानते हैं कि आपके राज्य की प्रमुख मंडियों में प्याज की कीमतें क्या हैं और कीमतों में अचानक हुई इस उछाल के पीछे के कारण क्या हैं।
महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज का ताजा रेट
महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। पुणे, औरंगाबाद और जलगांव जैसी बड़ी मंडियों में प्याज के दामों ने नया रिकॉर्ड बनाया है।
पुणे मंडी: यहां न्यूनतम मूल्य ₹400 से ₹1100 प्रति क्विंटल के बीच है, जबकि अधिकतम कीमत ₹1500 से ₹1600 तक पहुंच गई है। आमतौर पर मॉडल रेट ₹1000 से ₹1300 के बीच दर्ज किया गया है।
औरंगाबाद मंडी: यहां प्याज की न्यूनतम कीमत ₹200 प्रति क्विंटल है, जबकि अधिकतम मूल्य ₹1000 तक पहुंचा है। मॉडल रेट ₹600 के आसपास है।
जलगांव मंडी: इस मंडी में न्यूनतम कीमत ₹1000 है और अधिकतम ₹1400 तक प्याज बिक रहा है। मॉडल रेट ₹1200 के करीब है।
मध्यप्रदेश की मंडियों में प्याज के भाव
मध्यप्रदेश की मंडियों में भी प्याज की कीमतें उछाल पर हैं। राजगढ़, मुरैना और धार की मंडियों में कीमतों में भिन्नता देखी गई है।
राजगढ़ मंडी: पहली प्रविष्टि में प्याज ₹345 से ₹450 प्रति क्विंटल के बीच बिक रहा है, जबकि दूसरी प्रविष्टि में ₹258 से ₹600 के बीच दाम दर्ज किए गए हैं। मॉडल रेट ₹450 और ₹600 है।
मुरैना मंडी: यहां न्यूनतम मूल्य ₹400 है और अधिकतम ₹900 के आसपास प्याज मिल रहा है। मॉडल रेट ₹600 है।
धार मंडी: न्यूनतम कीमत ₹150 से लेकर अधिकतम ₹1000 तक है। मॉडल रेट ₹150 पर स्थिर है।
हरियाणा की मंडियों में प्याज की कीमतें
हरियाणा की मंडियों में प्याज के भाव काफी ज्यादा बढ़े हैं, खासकर हिसार और सोनीपत मंडी में।
सोनीपत मंडी: न्यूनतम मूल्य ₹1200 और अधिकतम ₹1600 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। मॉडल रेट ₹1400 के करीब है।
कुरुक्षेत्र (करनाल) मंडी: पहली प्रविष्टि में प्याज ₹510 से ₹900 के बीच बिक रहा है, जबकि दूसरी प्रविष्टि में यह ₹850 से ₹990 तक पहुंच चुका है। मॉडल रेट ₹850 और ₹915 के बीच है।
गुड़गांव मंडी: यहां न्यूनतम कीमत ₹800 और अधिकतम ₹1200 के बीच दर्ज की गई है। मॉडल रेट ₹1000 है।
रेवाड़ी मंडी: न्यूनतम ₹1000 और अधिकतम ₹1400 के दाम यहां बिक रहे हैं। मॉडल रेट ₹1200 है।
हिसार मंडी: हिसार में प्याज की कीमतों ने सबसे ज्यादा उछाल मारा है। न्यूनतम मूल्य ₹1000 और अधिकतम कीमत ₹2000 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है। मॉडल रेट ₹1500 के आसपास है।
प्याज की बढ़ती कीमतों के पीछे कारण
प्याज के दामों में इस तरह की तेजी के कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है मांग में वृद्धि और मंडियों में प्याज की कमी। देश के कई हिस्सों में प्याज की स्टॉकिंग की जा रही है, जिससे बाजार में आपूर्ति कम हो रही है। इसके अलावा व्यापारी भी बढ़ती कीमतों को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा प्याज खरीद रहे हैं, ताकि भविष्य में दाम और बढ़े तो उन्हें फायदा हो।
मौसम का असर और ट्रांसपोर्ट की दिक्कतें
मौसम की अनियमितता भी प्याज की आपूर्ति पर असर डाल रही है। कई इलाकों में बेमौसमी बारिश के कारण प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही ट्रांसपोर्टेशन की समस्याओं ने भी आपूर्ति चेन को प्रभावित किया है। खराब मौसम और परिवहन बाधाओं के कारण प्याज सही समय पर मंडियों तक नहीं पहुंच पा रही है, जिससे कीमतों में तेजी आ रही है।
किसानों को मिली राहत, ग्राहकों की जेब पर बोझ
प्याज की कीमतों में तेजी से किसानों को अच्छा लाभ मिल रहा है क्योंकि उनका उत्पाद महंगे दामों पर बिक रहा है। लेकिन दूसरी ओर घरेलू उपभोक्ताओं की रसोई पर इसका असर पड़ रहा है। रोजमर्रा के खाने-पीने के सामान में प्याज की अहमियत को देखते हुए इसके बढ़े हुए दाम आम परिवारों की बजट पर दबाव डाल रहे हैं। होटल और रेस्तरां वाले भी इस बढ़ोतरी से प्रभावित हो रहे हैं, जिससे उनकी लागत बढ़ेगी और ग्राहक भी महंगाई झेलेंगे।
अगले हफ्तों में प्याज की कीमतों का रुझान क्या रहेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आने वाले दो हफ्तों में बाजार में प्याज की आवक बढ़ती है, तो कीमतों में धीरे-धीरे गिरावट आ सकती है। लेकिन अगर मांग ऐसे ही बनी रही और आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ, तो प्याज के दाम ₹2000 प्रति क्विंटल से भी ऊपर जा सकते हैं। इस स्थिति में उपभोक्ताओं को सावधानी बरतनी होगी और संभव हो तो अपनी खरीदारी सीमित मात्रा में करना बेहतर होगा।
निष्कर्ष
प्याज की कीमतों में आई यह तेज़ी किसान के लिए खुशी की बात जरूर है, लेकिन आम जनता के लिए चिंता का विषय है। यह जरूरी हो जाता है कि प्याज की आपूर्ति सुचारू रूप से मंडियों तक पहुंचे ताकि कीमतों में स्थिरता बनी रहे। मौसम और ट्रांसपोर्ट की चुनौतियों को देखते हुए सरकार और संबंधित विभागों को मिलकर कदम उठाने की जरूरत है, ताकि उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर प्याज मिल सके और किसान भी अपने उत्पाद का सही मूल्य पा सकें।
आपके राज्य की मंडी में आज प्याज का भाव क्या है, यह जानना और बाजार की स्थिति समझना हर उपभोक्ता के लिए जरूरी है ताकि वह सही समय पर सही फैसले ले सके।
इस प्रकार, प्याज की कीमतों में हो रहे इस उछाल पर नजर रखना आवश्यक है क्योंकि यह सीधे आपके खाने-पीने और बजट को प्रभावित करता है।