RBI New Rules: अगर आप भी लोन के लिए आवेदन करते समय अपने CIBIL स्कोर (क्रेडिट स्कोर) को लेकर परेशान होते हैं, तो अब राहत की खबर आई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक नया नियम लागू किया है जिससे लाखों ग्राहकों को सीधा फायदा मिलेगा। अब अगर किसी बैंक या क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी की गलती से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी होती है और समय पर उसे ठीक नहीं किया जाता, तो आपको हर दिन ₹100 का मुआवजा मिलेगा।
यह कदम उन ग्राहकों के लिए बेहद फायदेमंद है जो लंबे समय से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियों को सही करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
क्या होता है सिबिल स्कोर और क्यों है ये जरूरी?
सिबिल स्कोर किसी भी व्यक्ति की वित्तीय स्थिति और लोन चुकाने की क्षमता को दर्शाता है। यह स्कोर बैंकों द्वारा लोन देने से पहले चेक किया जाता है। अगर स्कोर अच्छा होता है तो लोन आसानी से मिल जाता है, लेकिन यदि स्कोर खराब हो तो लोन मिलना मुश्किल हो जाता है।
कई बार यह स्कोर किसी गलती या अपडेट न होने के कारण खराब हो जाता है, जिसकी वजह से ग्राहक को बिना वजह नुकसान उठाना पड़ता है।
RBI का नया नियम: मुआवजा मिलेगा हर दिन
RBI ने अब इस मामले में सख्त कदम उठाया है। नया नियम कहता है:
अगर किसी बैंक या एनबीएफसी (Non-Banking Financial Company) की वजह से ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलती आती है, तो उसे 21 कार्यदिवस के अंदर सुधारना अनिवार्य होगा।
अगर इस तय समय सीमा के अंदर गलती नहीं सुधारी गई, तो बैंक को हर दिन ₹100 ग्राहक को मुआवजा देना होगा।
वहीं क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों को 9 कार्यदिवस में शिकायत का निपटारा करना होगा। अगर वे इसमें असफल रहती हैं, तो उन्हें भी मुआवजा देना होगा।
ग्राहकों को होगी बड़ी राहत
यह नियम उन ग्राहकों के लिए गेमचेंजर साबित होगा जिन्हें पहले क्रेडिट रिपोर्ट में गलती सही करवाने में महीनों लग जाते थे। अब इस पूरी प्रक्रिया में तेजी आएगी और ग्राहकों को समय पर समाधान मिलेगा।
इतना ही नहीं, अगर गलती से किसी का स्कोर खराब हुआ है, तो अब उसे नुकसान के बदले मुआवजा भी मिलेगा। यह पारदर्शिता और ग्राहकों के अधिकारों को मजबूती देने वाला कदम है।
क्रेडिट रिपोर्ट में पारदर्शिता अनिवार्य
RBI ने यह भी अनिवार्य किया है कि:
जब भी कोई बैंक या एनबीएफसी किसी ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट एक्सेस करे, तो उस ग्राहक को SMS या ईमेल के माध्यम से इसकी जानकारी दी जाए।
इससे ग्राहक को हर बार पता रहेगा कि कब, क्यों और किसने उनका स्कोर चेक किया।
यह कदम धोखाधड़ी और अनावश्यक स्कोर चेकिंग पर रोक लगाने में मदद करेगा।
बैंकों और क्रेडिट एजेंसियों की जिम्मेदारी बढ़ी
अब बैंकों और क्रेडिट एजेंसियों को ज्यादा सावधानी बरतनी होगी। अगर किसी ग्राहक की रिपोर्ट में गलत जानकारी जाती है, तो वे अब इसके लिए सीधे जिम्मेदार माने जाएंगे और उन्हें जुर्माना देना होगा।
इससे न केवल ग्राहकों को राहत मिलेगी बल्कि बैंकों को भी अपनी प्रणाली में सुधार करना होगा।
नई नीति का असर
क्रेडिट स्कोर में गलती अब लापरवाही से नहीं ली जाएगी।
समय पर समाधान की अनिवार्यता से ग्राहक को त्वरित राहत मिलेगी।
मुआवजे की व्यवस्था से कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा कि वे ग्राहकों की रिपोर्ट में सुधार करें।
पारदर्शिता में इजाफा होगा जिससे ग्राहक अपने फाइनेंशियल प्रोफाइल पर नजर रख सकेंगे।
निष्कर्ष
RBI का यह नया नियम करोड़ों भारतीयों के लिए बड़ी राहत है। अब कोई भी बैंक या क्रेडिट कंपनी अगर आपकी रिपोर्ट में गलती करती है और उसे समय पर नहीं सुधारती, तो उन्हें मुआवजा देना पड़ेगा। इससे न केवल ग्राहक के अधिकार मजबूत होंगे, बल्कि सिस्टम भी अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनेगा।
यदि आप भी अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को लेकर परेशान रहते हैं, तो अब सतर्क हो जाइए और अपनी रिपोर्ट पर नज़र रखें। क्योंकि अब गलती होने पर सिर्फ शिकायत नहीं, बल्कि मुआवजा भी मिलेगा!