School Summer Vacation: राजस्थान के छात्रों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। राज्य में लगातार बढ़ रही गर्मी को देखते हुए राजस्थान स्कूल शिक्षा विभाग ने गर्मियों की छुट्टियों का औपचारिक ऐलान कर दिया है। इस फैसले से लाखों विद्यार्थियों को जहां भीषण गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं वे अपनी छुट्टियों का आनंद भी खुलकर ले सकेंगे।
इस वर्ष गर्मी की शुरुआत कुछ जल्दी हो गई और तापमान में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 17 मई 2025 से 30 जून 2025 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। यह अवकाश कुल 45 दिनों का रहेगा और 1 जुलाई से स्कूल दोबारा खुलेंगे।
गर्मी की वजह से किया गया छुट्टियों का ऐलान
राजस्थान में मई और जून के महीने हर साल भीषण गर्मी के लिए जाने जाते हैं। इस बार भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। कई जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। ऐसे में छोटे बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया था। सुबह से ही गर्म हवाएं चलने लगी थीं और दोपहर होते-होते लू जैसे हालात बन जाते थे।
इन्हीं सब कारणों को देखते हुए राज्य सरकार और शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया कि बच्चों को इस गर्मी में स्कूल भेजने से बेहतर है कि उन्हें घर पर ही आराम करने दिया जाए। यही कारण है कि राज्य के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू कर दी गई हैं।
छुट्टियों से पहले पैरेंट्स-टीचर मीटिंग
स्कूल बंद करने से पहले शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया कि सभी अभिभावकों को इस निर्णय की जानकारी समय रहते दे दी जाए। 16 मई को राज्य भर के स्कूलों में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की गई थी। इस बैठक में शिक्षकों ने अभिभावकों को बच्चों की प्रगति से अवगत कराया और साथ ही उन्हें यह भी बताया कि अगले दिन से स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया जा रहा है।
विद्यार्थियों को मिला मौज-मस्ती का समय
छुट्टियां शुरू होते ही बच्चों के चेहरे पर खुशी साफ नजर आने लगी है। अब वे बिना किसी पढ़ाई के बोझ के आराम से घर पर रह सकते हैं, खेल सकते हैं, घूम सकते हैं और अपने मनपसंद काम कर सकते हैं। ये 45 दिन न सिर्फ आराम करने का समय है बल्कि बच्चों के लिए अपने प्रियजनों से मिलने और रिश्तेदारों के घर जाने का भी मौका है।
छुट्टियों के दौरान छात्र अपने नाना-नानी, दादा-दादी के घर जा सकते हैं। वहीं कई परिवार इस समय का उपयोग घूमने-फिरने या किसी टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर जाने में भी करते हैं। यह समय बच्चों के मानसिक और सामाजिक विकास के लिए भी अहम होता है।
समय का सही उपयोग करना भी जरूरी
हालांकि छुट्टियां मौज-मस्ती के लिए होती हैं, लेकिन यदि छात्र चाहें तो इस समय का उपयोगी और रचनात्मक रूप से भी इस्तेमाल कर सकते हैं। वे चाहें तो अपनी पढ़ाई की कुछ कमजोरियों पर काम कर सकते हैं, नई किताबें पढ़ सकते हैं या फिर किसी ऑनलाइन फ्री कोर्स में दाखिला लेकर नई स्किल्स सीख सकते हैं।
इसके अलावा जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह समय बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें चाहिए कि वे इस समय को ध्यानपूर्वक योजनाबद्ध तरीके से उपयोग करें ताकि छुट्टियों के बाद वे एक नई ऊर्जा के साथ पढ़ाई शुरू कर सकें।
परीक्षाओं के नतीजे भी समय से पहले हुए जारी
राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि छुट्टियों की घोषणा के पहले ही नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए जाएं। शिक्षा विभाग ने 16 मई को इन परीक्षाओं के परिणाम जारी कर दिए हैं। इससे छात्रों को मानसिक रूप से भी राहत मिली है कि वे परिणाम की चिंता किए बिना छुट्टियों का पूरा आनंद ले सकते हैं।
शिक्षा विभाग का सराहनीय कदम
राजस्थान सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग का यह फैसला स्वागत योग्य है। भीषण गर्मी में बच्चों को स्कूल भेजना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता था। समय रहते छुट्टियों का ऐलान करके सरकार ने बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत दी है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए, इसलिए परीक्षाएं और पैरेंट्स-टीचर मीटिंग समय पर पूरी की गई।
निष्कर्ष
राजस्थान के स्कूलों में 17 मई से लेकर 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया है। यह छुट्टियां न केवल छात्रों के लिए गर्मी से राहत का मौका हैं, बल्कि उनके विकास, परिवार के साथ समय बिताने और रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने का भी समय हैं।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इन छुट्टियों का भरपूर आनंद लें, लेकिन साथ ही थोड़ा समय पढ़ाई, शारीरिक गतिविधियों और ज्ञानवर्धक कार्यों को भी दें। 1 जुलाई से स्कूल जब दोबारा खुलेंगे तो वे पूरी ऊर्जा और उत्साह के साथ नया सत्र शुरू कर सकें।