Heavy Rainstorm Warning: देशभर में प्री मानसून की सक्रियता के कारण मौसम ने करवट ले ली है। 02 जून 2025 को मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों में भारी बारिश, तेज धूल भरी आंधी, और तूफान की चेतावनी जारी की है। खासकर हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और पहाड़ी राज्यों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। साथ ही आकाशीय बिजली गिरने (ठनका) और ओलावृष्टि की भी चेतावनी दी गई है। इस मौसम ने कई इलाकों में तबाही का अंदेशा बढ़ा दिया है, जिससे आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पूरे देश में मौसम का मिजाज बदला
देश के पूर्वोत्तर राज्यों जैसे सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, और पश्चिम बंगाल में भारी से अति भारी बारिश हो रही है। यहां नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। ब्रह्मपुत्र समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इस क्षेत्र में कई जिलों के लिए ‘रेड’ और ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है।
दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भी गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। महाराष्ट्र और गोवा के कई जिलों में भी मौसम भारी बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट दिया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में बारिश और धूल भरी आंधी
दिल्ली में 02 जून को न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत से थोड़ा अधिक है। दिन के समय आंशिक बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। साथ ही धूल भरी तेज हवाएं चलेंगी, जिससे वातावरण ठंडा होगा और गर्मी से राहत मिलेगी। आईएमडी ने 1 से 5 जून के बीच तेज बारिश का अनुमान लगाया है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर भी कम हो रहा है। हाल में एक्यूआई स्तर ‘मध्यम’ श्रेणी में है, जिससे सांस लेने में कुछ राहत मिली है। मौसम के बदले हुए मिजाज से लोगों को भीषण गर्मी से बचने का मौका मिलेगा।
उत्तर प्रदेश में मौसम हुआ बदलने वाला
उत्तर प्रदेश में भी मौसम का रुख पूरी तरह बदल गया है। राज्य के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं और आंधी चलने की संभावना है। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी और कहीं मध्यम बारिश भी हो सकती है। कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी है।
मौसम विभाग ने लोगों से कहा है कि वे तेज हवा और बारिश के दौरान सावधानी बरतें। इन गतिविधियों के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी, जिससे गर्मी की परेशानी कम होगी।
बिहार में भी प्री मानसून सक्रिय
बिहार में प्री मानसून का असर साफ दिख रहा है। अगले कुछ दिनों में मानसून प्रवेश होगा, जिससे बारिश की गति तेज होगी। प्रदेश के 13 जिलों में भारी बारिश और तेज आंधी का खतरा है। कई इलाकों में गरज-चमक और ठनका गिरने की संभावना है। हालांकि, कुछ दिनों बाद फिर से गर्मी बढ़ने की संभावना भी जताई गई है।
राजस्थान में आंधी-तूफान का अलर्ट
राजस्थान के कई इलाकों में 02 जून से पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज आंधी और बारिश होगी। जयपुर के मौसम केंद्र ने 2 से 4 जून तक तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। इस दौरान 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। अधिकतम तापमान भी सामान्य से नीचे रहेगा, जिससे गर्मी की तीव्रता कम होगी।
पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश और बाढ़
असम में भारी बारिश से हालात गंभीर हो गए हैं। बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 8 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा है। केंद्रीय जल आयोग ने ‘ऑरेंज बुलेटिन’ जारी किया है। पश्चिमी असम के कुछ जिलों में ‘रेड अलर्ट’ भी लागू किया गया है।
मणिपुर में भारी बारिश से 3800 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राजधानी इंफाल में जलभराव हुआ है।
कर्नाटक में मानसून पूर्व भारी बारिश
कर्नाटक में इस साल मई माह में भारी बारिश हुई है, जो पिछले 125 वर्षों में रिकॉर्ड है। बेंगलुरु सहित राज्य के कई हिस्से बारिश की चपेट में हैं। मई में 219 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 197 प्रतिशत अधिक है। इस वजह से कई जनजीवन प्रभावित हुए हैं और अब मानसून पूर्व बारिश लगातार जारी है।
त्रिपुरा में बारिश से उत्पन्न जलभराव
त्रिपुरा में लगातार बारिश से भारी जलभराव हुआ है। राजधानी अगरतला में मात्र तीन घंटे में करीब 200 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ और कई इलाकों में लोग पानी में चलने को मजबूर हुए। पश्चिम त्रिपुरा जिले में 1300 से ज्यादा परिवार बाढ़ के कारण शरणार्थी बने हैं।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और लैंडस्लाइड का खतरा
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान की संभावना बनी हुई है। पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड और भूस्खलन की आशंका के कारण प्रशासन सतर्क है और जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
02 जून 2025 को पूरे देश में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। कई राज्यों में भारी बारिश, तूफान, आंधी, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की संभावना है। ऐसे में जनता को चाहिए कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें, बिना जरूरी काम के बाहर न निकलें और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें। तेज हवाओं और बारिश के कारण तापमान में गिरावट होगी, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी। लेकिन नुकसान से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है।
मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और आवश्यक अलर्ट जारी करता रहेगा। सभी लोगों से अनुरोध है कि वे अपने और अपने परिवार की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें।