Yuva Rojgar Mela 2025: जयपुर में शनिवार को बियानी कॉलेज कैंपस में वेदांता फाउंडेशन और बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के संयुक्त प्रयास से एक विशेष युवा रोजगार मेला आयोजित किया गया। इस रोजगार मेले का उद्देश्य युवाओं को इंटर्नशिप के साथ-साथ सीधी नौकरी के अवसर प्रदान करना था। इस प्लेसमेंट ड्राइव में चयनित विद्यार्थियों को 2.5 लाख से लेकर 7 लाख रुपए तक का वार्षिक वेतन पैकेज देने की घोषणा की गई।
रोजगार मेले का आयोजन और उद्देश्य
वेदांता फाउंडेशन और बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेज द्वारा मिलकर आयोजित यह रोजगार मेला युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस कार्यक्रम में देश की 35 प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें विप्रो, इन्फोसिस, फोर्टिस, एचडीबी फाइनेंस, एक्सिस बैंक, एसबीआई लाइफ, जूडिया, लोकमत, एम बी सॉन्स ज्वैलर्स, पुनो, हयात, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, टेलीपरफॉर्मेंस, मुथूट ग्रुप, प्लेनेट पीसीआई इंफोटेक लिमिटेड, ट्रेंट लिमिटेड, वाउ मोमो और मैरियट जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल थीं। इन कंपनियों ने प्रतिभागियों का चयन साक्षात्कार के माध्यम से किया।
चयन प्रक्रिया और पैकेज
इस रोजगार मेले में भाग लेने वाले युवाओं के लिए चयन प्रक्रिया का आयोजन बड़ी व्यवस्थित रूप से किया गया। कुल 500 से अधिक युवाओं ने इस मेले में भाग लिया, जिनमें से 300 से अधिक युवाओं को नौकरी के लिए चयनित किया गया। चयनित युवाओं को 2.5 लाख से 7 लाख रुपये तक वार्षिक वेतन पैकेज के साथ नौकरी दी जाएगी। साथ ही कुछ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर भी प्रदान किए गए, जो उनके कौशल विकास और भविष्य के लिए उपयोगी साबित होंगे।
रोजगार मेले का महत्व
यह रोजगार मेला युवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि वर्तमान समय में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बन चुकी है। ऐसे रोजगार मेले युवाओं को सीधे नौकरी के अवसर उपलब्ध कराते हैं, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित होता है। साथ ही, ये मेले युवाओं को कौशल विकास के लिए मार्गदर्शन भी देते हैं, जिससे वे बेहतर तरीके से नौकरी के लिए तैयार हो सकें।
राजस्थान उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जज जे.के. रांका, जो इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी को कम करने के लिए इस तरह के प्रयास बहुत जरूरी हैं। वेदांता फाउंडेशन का यह प्रयास युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ समाज में आर्थिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता बढ़ाने में भी मदद करता है। इससे सामाजिक सुधार भी संभव होता है।
वेदांता फाउंडेशन की व्यापक योजना
इस वर्ष वेदांता फाउंडेशन ने देशभर में कई स्थानों पर रोजगार मेलों का आयोजन करने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत लगभग 7 हजार से अधिक युवाओं को नौकरी के अवसर दिए जाने हैं। यह पहल रोजगार के अवसरों को बढ़ाने और युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
युवा रोजगार मेले के लाभ
प्रत्यक्ष प्लेसमेंट: मेले में चयनित युवाओं को सीधे नौकरी मिलने की सुविधा।
उच्च वेतन पैकेज: 2.5 लाख से लेकर 7 लाख रुपये तक वार्षिक पैकेज मिलने की संभावना।
इंटर्नशिप के अवसर: युवाओं को इंटर्नशिप के माध्यम से कौशल विकास का मौका।
प्रसिद्ध कंपनियों की भागीदारी: विप्रो, इन्फोसिस, फोर्टिस जैसी बड़ी कंपनियों का शामिल होना।
रोजगार की सरल प्रक्रिया: युवाओं के लिए रोजगार प्राप्ति की प्रक्रिया को आसान बनाना।
आर्थिक और सामाजिक सुधार: रोजगार मिलने से आर्थिक स्थिरता और सामाजिक विकास में योगदान।
रोजगार मेले का सामाजिक प्रभाव
बेरोजगारी की समस्या युवाओं के लिए एक बड़ा संकट है, जो उनके आत्मविश्वास और भविष्य दोनों को प्रभावित करता है। इस तरह के रोजगार मेले न केवल युवाओं को रोजगार प्रदान करते हैं बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाते हैं। इसके अलावा, रोजगार मिलने से उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, जिससे सामाजिक स्तर पर भी सुधार आता है।
युवाओं को सही दिशा देने और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए इस तरह के मेले आवश्यक हैं। इससे युवा वर्ग में उत्साह आता है और वे अपने जीवन में नई ऊँचाइयां छूने के लिए प्रेरित होते हैं।
निष्कर्ष
जयपुर में आयोजित वेदांता फाउंडेशन और बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के संयुक्त तत्वावधान में हुआ युवा रोजगार मेला एक सफल पहल साबित हुई है। इस मेले ने 500 से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए, जिसमें से 300 से अधिक युवाओं का चयन हुआ। इस रोजगार मेले के माध्यम से युवा न केवल अच्छी नौकरी पा सके, बल्कि उन्हें 2.5 लाख से लेकर 7 लाख तक के वेतन पैकेज मिलने का भी मौका मिला।
इस तरह के रोजगार मेले युवाओं के लिए उम्मीद की किरण होते हैं और बेरोजगारी जैसे सामाजिक समस्या को कम करने में मदद करते हैं। वेदांता फाउंडेशन के प्रयास से देश भर में कई और रोजगार मेले आयोजित होंगे, जो हजारों युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
युवा वर्ग को चाहिए कि वे ऐसे अवसरों का पूरा लाभ उठाएं और अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं। रोजगार मेले न केवल रोजगार का माध्यम हैं बल्कि वे युवाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का भी जरिया हैं।